दो सरकारी कार्यालय आग के हवाले

अलग राज्य की मांग में सड़क पर उतरे बच्चे भी

दार्जिलिंग। हमेशा अपने तरी को लेकर लोगों के बीच आकर्षण का केन्द्र रही दार्जिलिंग की पहाड़ी गरम है और यहां तथा कथित लोकतांत्रिक मांग के लिये गदर जारी है। इस गदर या जंग कब समापन होगा यह तो सियासतबाजों पर ही निर्भर है लेकिन गोरखालैंड के जंग में सबसे ज्यादा आम लोग ही पिस रहें हैं। गोजमुमो के समर्थकों ने बुधवार को प्रदर्शन के दौरान जीटीए  इंजिनियरिंग ऑफिस को आग के हवाले कर दिया। आग के कारण उक्त कार्यलय जल उठा और कार्यालय में रखे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जल कर राख हो गए। हलांकि हैरत की बात है कि गोजमुमो ने कार्यालय में आग लगाने के आरोपों से साफ इंकार किया है। गोजमुमो समर्थकों ने धोबीतला पंचायत के कार्यालय में भी आग लगा दी। वे दार्जिलिंग पुलिस थाने के सामने प्रदर्शन कर रहे थें।

बुधवार को गोजमुमो ने अपनी रैली में बच्चों को शामिल किया था। बहुत सारे बच्चों ने अलग राज्य गोरखालैंड के समर्थन में इस रैली में भाग लिया। हिंसक प्रदर्शन में बच्चों को शामिल करने को लेकर लोगों ने इस बात की आलोचना की। घाटी में इंटरनेट बैन की अवधि भी 5 जुलाई तक बढ़ा दी है। सरकार फिलहाल कोई जोखिम नहीं ले रही न ही जीजेएम के प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए कोई कदम उठा रही हैं। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में अलग राज्य की मांग कर रहे गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) का विरोध प्रदर्शन 13 दिनों से जारी है। गोजमुमो कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को भी दार्जिलिंग में 13 जगह ट्यूबलाइट रैली निकालकर अनूठा विरोध प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारियों ने अपनी पीठ पर ट्यूबलाइट्स फोड़ीं और जीटीए समझौते के कागजात भी जलाए थे।

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