संतोष कुमार

बजरंगी गुप्ता

शम्स तबरेज

संजीव दुबे

संदीप नागवंशी

प्रणव देबनाथ

रमेश राय/ जाकिर अली
कोलकाता। जैसा कि उम्मीद की जा रही थी ठीक वैसा ही हुआ। भले ही इस राज्य में मोदी सरकार के विरोध करने वाली राजनीतिक पार्टियां मोदी सरकार के अंतरिम वजट को चुनावी, लोक लुभावन से लेकर बेकार का वजट करार दे दे। लेकिन मध्य वर्ग यूं कहें की सरकारी पेशेदार इस वजट से खुश हैं। माना जा रहा था कि मोदी सरकार अंतरिम बजट में किसानों, मध्यम वर्ग, कारोबारियों और युवाओं के लिए कई बड़े ऐलान किये जा सकते हैं। लगभग वैसा ही हुआ। मोदी सरकार के इस अंतरिम वजट पर हर वर्ग के लोगों से बातचीत की गई तो लगभग एक बड़े वर्ग ने उक्त वजट को आमलोगों के हीत का वजट करार देते हुए कहा कि हमें राजनीति के दांव पेंच तो नहीं मालूम लेकिन इतना समझ तो है कि वजट देश के उनलोगों को देखकर तैयार किया गया हैं जो जिनकी संख्या सबसे ज्यादा है। आर्थिक मामलों व राजनीति के जानकार कहे जाने वाले नौकरी पेशी संतोष कुमार ने कहा कि उनके नजर में आज तक इस देश में ऐसा बेहतर व आमलोगों के हीत का वजट किन्हीं सरकार ने पेश नहीं किया था। संतोष कुमार के अनुसार मध्यम वर्ग को काफी राहत मिलना तय है। अब जो लोग कुल मिला कर सात लाख कमाने वाले हैं वह निश्चिंत होकर अपना निवेश अन्य जगहों पर कर सकेगे। पेशे से व्यवसायी बजरंगी गुप्ता ने कहा कि वजट को अच्छा कहा जा सकता है । किसानों से लेकर श्रमिकों और नौकरी पेशा वर्ग को ध्यान में रखा गया है जो कि संतोषजनक है। जबकि युवा व्यवसायी शम्स तबरेज ने कहा कि अंतरिम वजट ऐसा ही होगा। जिस मोदी सरकार ने जीएसटी व नोटबंदी से सबकी कमर तोड़ दी आखिर उन्हें ऐसा क्या सुझा कि वह आमलोगों के लिये सोचे। चुनाव एक दम मुहाने पर है इसलिये आमलोगों को बस अतंरिम वजट के तहत लालीपाप दिखाकर मोहने की कोशिश की गई है। यह चुनावी वजट है और और आने वाला वजट में लोग कराह उठेगें। कालीघाट में पुश्तैनी तौर पर पुरोहित के पेशे से जुड़े युवा संजीव दुबे ने कहा कि अभूतपूर्व वजट कहा जा सकता है। राजनीतिक जीव इसे जो कहें लेकिन यह वजट देश के लिये सीमा पर जान देने के लिये तैयार रहने वाले एक सैनिक से लेकर, श्रमिक, किसान, नौकरीजीवी, महिला यूं कहे कि हर एक को ध्यान में रखकर बनाया गया है। चुनाव तो आता जाता रहेगा लेकिन मोदी सरकार ने अपने आखिरी बजट में सैलरीड क्लास, पेंशनर्स, वरिष्ठ नागरिकों और छोटे व्यापारियों को बड़ा तोहफा दिया है। व्यवसायी संदीप नागवंशी ने कहा कि अंतरिं वजट है और एकदम बूरा नहीं कहा जा सकता है। मेरे शब्दों में यह वजट उपभोक्ता को समर्थन करने वाली वजट है। आमलोगों को पता नहीं चलेगा की परेशानी कहां हो सकती है। वजट में सरलीकरण व और सुधार की जरुरत थी। ज्योतिष प्रणव देबनाथ ने कहा कि देश में फिलहाल मोदी सरकार का कोई विकल्प नहीं है और यह हर कोई के लिये बेह्तर ही नहीं राहत प्रदान करने वाला वजट है। इसे कार्यवाहक वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने बड़ा तोहफा दिया कहा जा सकता है। आज के अंतरिम बजट में गोयल ने टैक्स फ्री इनकम की सीमा बढ़ाकर दोगुनी कर दी। इसके साथ ही अब 2.5 लाख रुपये की जगह 5 लाख रुपये की आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।

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