राष्ट्रवाद से आगे कुछ भी नहीं – चंदन मित्रा
हुगली। पण्डित दीन दयाल उपाध्याय ने कहा था कि पहले राष्ट्रवाद और उसके बाद ही अन्य चीजे। कारण देश से बड़ा कोई नहीं है। पण्डित दीन दयाल उपाध्याय आरएसएस में थें और वह देश से पहले कुछ नहीं सोचते थे। हमारे प्रधानमंत...