मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने पूछा कितनी बार ‘उनका रेप’ हुआ

अपन रुख पर कायम ‘महाभारत की द्रौपदी’

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में महिलाओं का रेप होने से जुड़ी विवादास्पद टिप्पणी पर बीजेपी सांसद रूपा गांगुली निशाने पर हैं। मिली जानकारी  के मुताबिक, उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। इसके अलावा, विपक्षी नेताओं ने भी उनकी आलोचना की है। बता दें कि गांगुली ने कहा था, ‘मैं सभी पार्टियों और ममता सरकार का समर्थन करने वाले लोगों को यही बोलूंगी कि अपनी बहुओं-बेटियों को बिना ममता का समर्थन लिए 15 दिन के लिए बंगाल भेज दें और अगर वे बिना रेप का शिकार हुए वापस लौट जाएं तो मैं देखूंगी।’
आलोचना के बावजूद रूपा गांगुली अपने रुख पर कायम हैं। ताजा बयान में उन्होंने कहा है कि असल में 15 दिन भी ज्यादा हैं, उससे कम वक्त में ही महिलाएं रेप की शिकार हो जाएंगी। हालांकि, बीजेपी ने उनका बचाव करते हुए कहा है कि लोगों को शाब्दिक अर्थ पर जाने के बजाए भावनाओं को समझना चाहिए। बीजेपी नेता राहुल सिन्हा कहा, ‘शब्दों पर मत जाइए, उनकी कही बात के पीछे छिपी भावनाओं पर जाएं। जो रूपा ने कहा, वह गलत नहीं है। राज्य में महिलाओं की स्थिति बेहद खराब है।’
रूपा गांगुली के सनसनीखेज आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के पावर मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय भी सीमाएं लांघ गए। उन्होंने कहा कि गांगुली को राज्य की नकारात्मक छवि पेश करने से पहले इस बात का खुलासा करना चाहिए कि उनका पश्चिम बंगाल में कितने बार रेप हुआ है? चट्टोपाध्याय ने कहा, ‘पहले तो उन्हें यह बताना चाहिए कि उनका कितने बार रेप हुआ है। दूसरों पर कुछ भी आरोप लगाने से पहले उन्हें इस बात का खुलासा करना चाहिए। इसके बाद ही उनके बयान के पीछे छिपी सच्चाई सामने आ सकेगी।’ चट्टोपाध्याय के मुताबिक, कोई भी शख्स अपने होशोहवास में अपने राज्य के लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं कर सकता।
सीपीएम के पोलित ब्यूरो की मेंबर वृंदा करात ने शनिवार को कहा कि पार्टियों को बंगाल की महिलाओं का अपमान बंद करना चाहिए। उन्होंने तृणमूल और बीजेपी, दोनों को ही उनके नेताओं के बयानों के लिए निशाने पर लिया। वहीं, महिला एक्टिविस्ट आभा सिंह ने कहा, ‘रूपा गांगुली एक जनप्रतिनिधि हैं, जिनमें लोगों ने अपना विश्वास जाहिर किया है। यह स्वभाविक है कि पश्चिम बंगाल में क्राइम रेट बढ़ रहा है। पश्चिम बंगाल के मंत्री शोभनदेव ने गांगुली पर निजी हमला करते हुए अपमानजनक बयान दिया है। यह बयान शर्मनाक है। दुखद है कि एक मंत्री ऐसा बयान दे रहा है।’ आभा सिंह के मुताबिक, गांगुली का बयान किसी पर निजी आक्षेप नहीं था। वह तो बस राज्य में बिगड़ते कानून-व्यवस्था संबंधित हालात को बताने की कोशिश कर रही थीं। उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रवक्ता निर्मला सामंत ने कहा कि शोभनदेव ने गांगुली की टिप्पणी का जवाब बहुत ही अभद्र तरीके से दिया है।
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