पुलिस व ग्रामीणों के बीच घमासान
पथराव, लाठीचार्ज व आंसू गैस का उपयोग
कई घायल व गिरफ्तार
मुख्यमंत्री दिया ने रजाक मोल्ला को स्थिति पर नजर रखने का निर्देश
देवाशिष चटर्जी
कोलकाता। पावर ग्रिड कार्पोरेशन की तरफ से तीन सौ केबी का सबस्टेशन का काम रोकने को केन्द्रकर एक बार फिर दक्षिण 24 परगना जिले का भांगड़ अंचल केवल रणक्षेत्र में नहीं बदल गया बरन यहां की स्थिति मंगलवार को विस्फोटक हो गई। उक्त इलाके में बिते कई दिनों से ग्रामीण पावर ग्रिड कार्पोरेशन की तरफ से तीन सौ केबी का सबस्टेशन का काम रोकने के लिये आन्दोंलनरत थे। हलांकि यहां का काम बंद कर दिया गया था लेकिन इसके बाद भी स्थानीय लोगों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा था। इस दिन भांगड़ के विस्तृत इलाके माछीडांगा,खामारहाट व पद्दोपुकुर जैसे ग्राम के लोग जैसे गुस्से में उबल पड़े और उनके साथ पुलिस की कई किश्तों में संघर्ष की घटना घटी। पुलिस पर जमकर पथराव किये गये और आगजनी को अंजाम दिया गया। गुस्से की आग से मीडिया कर्मी भी नहीं बच सके। वैसे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रजाक मोल्ला को खुद फोन कर स्थिति पर नजर रखने का निर्देश दिया है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि काशीपुर व न्युटाउन थाने की पुलिस उनके दो नेताओं को सोमवार की शाम को जबरन उठाकर ले गई है। पुलिस द्वारा उन्हें नहीं छोड़ने पर हमलोगों ने विरोध किया तो पुलिस ने हमलोगों पर ही पिल पड़ी। स्थानीय लोगों के गुस्से को देखते हुए पुलिस ने जहां लाठी चार्ज किया वहीं पुलिस ने स्थिति को नियत्रंण करने के लिये आंसू गैस के गोले भी छोड़े। उक्त घटना में पुलिस सहित कई लोग घायल हुए हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि उनके इलाके से कई लोग लापता हो गये हैं और उनका पता नही चल रहा है। पुलिस ने लोगों के घरों में जमकर तोड़फोड़ किया और महिलाओं के साथ अशालीन हरकत भी की है। पुलिस ने कईयों को जबरन गिरफ्तार किया है।
मामले पर बिजली मंत्री मनिष गुप्ता ने खुद सवाल दागा है कि आखिर काम बंद होने पर लोगों ने क्यों ताणडव मचाया है। वहीं माकपा के वरीय नेता सुजन चक्रवर्ती ने आरोप लगाते हुए कहा कि, आखिर लोगों पर पुलिस ने हमला क्यों किया और उनकी गिरफ्तारी क्यों की। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि स्थिति के विस्फोटक होने के पिछे व्यवस्था यानी सरकारी तंत्र का ही हाथ है।
ज्ञात रहें कि बिते दिनों बिजली सब स्टेशन लगाने के खिलाफ स्थानीय लोगों के गुस्सा आज फूट पड़ा व लोगों ने सात किलो मिटर तक पथावरोध कर हंगामा किया। पुलिस व लोगों ने बताया कि घटना दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड इलाके की है। जहां आज बिजली सब स्टेशन लगाने के खिलाफ किसानो के प्रदर्शन की वजह से स्थिति तनाव पूर्ण हो गई। प्रदर्शनकारियों ने भांगड के काशीपुर इलाके में सडक अवरोध किया। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। ग्रामीणों के इस आंदोलन में जादवपुर विश्वविद्यालय के छात्र भी शामिल हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि हाल ही में भांगड के माछीभांगा इलाके में पावर ग्रिड कार्पोरेशन की तरफ से तीन सौ केबी का सबस्टेशन स्थापित करने का निर्णय लिया गया। इसके लिये इलाके की एक जमीन भी चिन्हित कर ली गई थी। लेकिन बिजली के खंभे लगाने का काम शुरू होते ही ग्रामीणों ने इस पर आपत्ति जताई। उनका कहना है कि सब स्टेशन बनने से इलाके का पर्यावरण प्रभावित होगा।
किसानो की फसलों को नुकसान पहुंचेगा। ग्रमीणो ने इसके खिलाफ आंदोलन चलाने के लिये एक गैर राजनीतिक मंच तैयार किया है जिसे परिवेश रक्षा कमिटी नाम दिया गया है। इसी कमिटी के तत्वावधान में बुधवार सुबह सडक अवरोध किया गया। अवरोध की वजह से लाउहाटी-हाडोया राज्य सडक पर यातायात अवरूद्ध हो गया। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप से अवरोध हटा लिया गया।