मांगी गई थी 20 लाख रुपए की फिरौती

कोलकाता। कारोबार के सिलसिले में नेपाल गए उज्जैन के एक कारोबारी का वहां कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया। बदमाशों ने कारोबारी के फोन से उसकी पत्नी को वीडियो कॉल कर 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी। साथ ही धमकी दी कि किसी को बताया तो पति को फंसा देंगे। डरी सहमी पत्नी ने दो-तीन बार में फिरौती की रकम बताए गए अकाउंट में जमा करा दी। इसके बाद गुपचुप नागझिरी पुलिस को सूचना दी। उधर, रकम मिलने के बाद कारोबारी छूटकर भारत आ गया। मामले में पुलिस ने साजिश रचने वाले कारोबारी के परिचित को कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया है।
पीड़ित की पत्नी आरती सेंगर ने बताया कि हम लोग उज्जैन की सांई विहार कॉलोनी में रहते हैं। मेरे पति पावेश सिंह सेंगर एक मीटिंग के लिए 23 अगस्त को मुंबई से नेपाल जाने का बोलकर निकले थे। इंदौर से फ्लाइट से वे मुंबई पहुंचे। वहां पश्चिम  बंगाल निवासी सुरजीत सिंह मंडल से मिले, जो कारोबारी है और मेरे पति का परिचित भी। वहां से वे नेपाल चले गए। इसी दिन शाम को मेरे पास उनके एक के बाद एक पांच कॉल आए, जो मिस्ड हो गए। इस पर मैंने वाट्सएप पर मैसेज कर पूछा- क्या हुआ?
मेरे मैसेज करने के चंद सेकंड बाद पावेश के मोबाइल से एक वीडियो कॉल आया। उन्होंने कहा नेपाल में कुछ लोगों ने मेरा अपहरण कर लिया है। ये लोग 20 लाख रुपए मांग रहे हैं। तुम व्यवस्था कर लो, वरना ये मेरे साथ कुछ भी कर सकते हैं। उसके बाद एक युवक ने बात की, वह बोला रुपए डालने के लिए दो  आरती ने बताया कि अपहरणकर्ता ने फोन पर धमकी दी थी कि फिरौती के बारे में किसी को मत बताना। पुलिस को तो बिल्कुल भी नहीं। यदि तुमने किसी को इस बारे में कुछ कहा तो हम नेपाल में तुम्हारे पति की शिकायत कर देंगे। उसे फंसवाकर हम 10 से 15 साल की सजा करवा देंगे। आरती ने कहा कि उसकी यह बात सुन मेरे होश उड़ गए। मैं बहुत डर गई थी, मैंने कहा कि तुम उन्हें कुछ मत करना मैं रुपए डाल दूंगी। इसके बाद मैैंने टुकड़ों में फिरौती की रकम डाल दी। जब लगा कि वो छूट जाएंगे, तो मदद के लिए थाने पहुंची। उधर, अकाउंट में फिरौती मिलने के बाद बदमाशों ने पावेश को छोड़ दिया। उनसे छूटकर वह दिल्ली पहुंचा और आरती को कॉल किया। सूचना मिलने पर उज्जैन पुलिस आरती के साथ दिल्ली पहुंची और पावेश को लेकर उज्जैन लौट आई। दूसरी ओर टीआई संजय वर्मा व अन्य अफसरों ने जांच की, तो पता चला अपहरण की साजिश पावेश के कारोबारी मित्र वेस्ट बंगाल के सुरजीत ने ही रची थी।
 पुलिस ने बताया कि लोकेशन पता चलते ही एक टीम बंगाल पहुंची  और साजिश रचने वाले सुरजीत को गिरफ्तार कर उज्जैन ले आई। पूछताछ में पता चला कि उसने पूरी साजिश नेपाल के हेमराज कैसी, दीपक, विष्णु अधिकारी और मनोज के साथ मिलकर की थी। इन्हें पकड़ने एक टीम नेपाल जाएगी। कारोबारी को पश्चिम बंगाल के युवक की साजिश के चलते चार लोगों ने नेपाल बुलवाकर अपहरण कर लिया था। 3 से 4 दिन तक उसे बंधक रखा। फिरौती की रकम मिलने पर उसे छोड़ भी दिया, जिसे दिल्ली से लेकर आए। पश्चिम बंगाल वाले आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है। अब अपहरणकर्ताओं को पकड़ने नेपाल जाएंगे।
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