अगवा किये गये बालक की मौसी से विवाह के लिये घटी घटना

कोलकाता। एक महिला को शादी के लिए राजी करने को अपहृत किए गए एक बालक को पश्चिम बंगाल पुलिस ने स्थानीय पुलिस की मदद से सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने न्यायालय में पेश कर ट्रांजिट रिमांड हासिल कर ली और आरोपी के साथ बरामद बालक को भी अपने साथ पश्चिम बंगाल ले गई।पश्चिम बंगाल के जिला बांकुड़ा के थाना रायपुर अंतर्गत ग्राम ममुरिया निवासी तरुण कोटाल ने बीती पांच मई को जनपद झाड़ग्राम के थाना बिनपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके पुत्र विक्रम कोटाल(12) का अपहरण कर लिया गया है। उसने अपहरण के पीछे सुनील जाटव निवासी न्यू इंदिरा कालोनी कोतवाली फतेहगढ़ का हाथ होने की आशंका जताई थी। इस पर पश्चिम बंगाल पुलिस ने सुनील जाटव के मोबाइल फोन को सर्विलांस पर लगा दिया था। सर्विलांस में मिली लोकेशन के आधार पर बिनपुर थाने के उपनिरीक्षक पिनाकी सरकार और सुदीप पलोधी के नेतृत्व में आई पुलिस टीम ने फतेहगढ़ कोतवाली में संपर्क साधा। स्थानीय पुलिस के साथ इस टीम ने मसेनी में छापेमारी की। यहां से सुनील जाटव को गिरफ्तार कर लिया गया और उसी घर में विक्रम कोटाल भी सकुशल बरामद हो गया। इसके बाद पुलिस टीम दोनों को लेकर फतेहगढ़ कोतवाली पहुंची और कानूनी कार्रवाई पूरी करने के बाद न्यायालय में पेश किया। फतेहगढ़ कोतवाल ने बताया कि न्यायालय ने दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर पश्चिम बंगाल पुलिस के हवाले कर दिया है।
पुलिस की पूछताछ में अपहरण की कहानी बेहद फिल्मी निकली। पश्चिम बंगाल के जनपद झाड़ग्राम के थाना बिनपुर के ग्राम बहुखड़ा निवासी मीरा का विवाह फतेहगढ़ के भोलेपुर निवासी मनीराम से हुआ था। लगभग 16 वर्ष तक साथ में रहने के बाद मीरा वापस अपने गांव चली गई थी। पुलिस की मानें तो जब मीरा अपने गांव जा रही थी तो ट्रेन में उसकी मुलाकात सुनील जाटव से हो गयी थी। सुनील जाटव पश्चिम बंगाल में शादी करने जा रहा था। बातचीत के दौरान परिचय बढ़ा तो सुनील का आना-जाना मीरा के गांव बहुखड़ा में हो गया। इसके बाद एक बार सुनील मीरा को अपने साथ ले भी आया था। बाद में वह वापस लौट गई तो वह मीरा वापसी के लिए दबाव बनाने लगा। अपहृत किया गया विक्रम मीरा की बहन का बेटा है। बताया जाता है कि सुनील मीरा के पीछे पड़ा हुआ था कि उसके साथ फतेहगढ़ में आकर रहे। मीरा इस पर राजी नहीं हुई तो मौका पाकर सुनील उसकी बहन के बेटे का अपहरण कर लाया। इसके सुनील सिम बदल-बदल कर मीरा से बात कर रहा था। उसकी मंशा थी कि वह इसके जरिए मीरा पर दबाव बना लेगा, लेकिन पुलिस ने सारा खेल खोल दिया।पुलिस को पूछताछ के दौरान पता चला कि विक्रम कोटाल को खरगोश दिखाने के बहाने सुनील घर से ले गया था। इसके बाद वह किसी तरह उसे यहां ले आया। यहां उसको एक घर में बंधक बनाकर रखा गया।

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