कोलकाता। बंगाल की ममता सरकार ग्राम पंचायतों के लिए 15वें वित्त आयोग से मिले 1,800 करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च ही नहीं कर पाई है। यह खुलासा ममता सरकार के लिए असहज स्थिति पैदा करने वाली है, क्योंकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केंद्र सरकार पर फंड नहीं देने और प्रतिशोध की राजनीति करने का आरोप लगाती रही है। सूत्रों का कहना कि फंड के उपयोग करने में विफलता का मुख्य कारण के रूप में तृणमूल कांग्रेस में जारी अंदरूनी कलह है। इस कारण केंद्र सरकार की ओर से आवंटित फंड का इस्तेमाल नहीं हो पाया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादातर ग्राम पंचायतों में सत्ताधारी दल के दो प्रतिद्वंद्वी गुट हैं।यह पता चला है कि जिन परियोजनाओं को लागू करने और पैसे खर्च करने की बात है, तो दो गुटों के बीच टकराव के कारण उसे जमीन पर उतारा ही नहीं जा सका। आज भाजपा के केंद्रीय सह प्रभारी अमित मालवीय ने ट्वीट किया कि बंगाल सरकार पंचायतों को दिए गए 1,800 करोड़ खर्च करने में विफल रही है। तृणमूल में अंदरूनी कलह के कारण ऐसा हुआ है। इस फंड के खर्च होने से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार पैदा होते। ममता को अपना घर खुद ठीक करना चाहिए और सिर्फ राजनीति लाभ के लिए धन रोकने का केंद्र पर दोषारोपण बंद कर देना चाहिए।ज्ञात हो कि 15वें वित्त आयोग से धन सीधे ग्राम पंचायतों तक पहुंचता है। ग्रामीण निकायों को उनके द्वारा नियोजित किसी भी परियोजना पर पैसा खर्च करने की स्वतंत्रता देता है। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार राज्य ने 2022-23 वित्तीय वर्ष की शुरुआत 1,974 करोड़ रुपये के कैरी-ओवर के साथ की।राज्य को चालू वित्त वर्ष में 15वें वित्त आयोग से 1,142 करोड़ रुपये मिले, लेकिन वह केवल 1,304 करोड़ रुपये ही खर्च कर सका। इसका मतलब है कि 1,812 करोड़ रुपये खर्च नहीं किए जा सके है। एक अधिकारी के मुताबिक मुर्शिदाबाद में पंचायतों के पास 172.44 करोड़ रुपये, दक्षिण 24-परगना में 162.93 करोड़ रुपये, उत्तर 24-परगना में 152.59 करोड़ रुपये और नदिया जिले में 138 करोड़ रुपये पड़े हुए हैं।कहा जा रहा है कि इन जिलों में तृणमूल के भीतर अंदरूनी कलह बहुत अधिक है और यही वजह है कि फंड का इस्तेमाल नहीं हो सका है। मानदंडों के तहत, पंचायतें परियोजनाओं पर निर्णय लेती हैं, और फिर अधिकारी प्रत्येक पंचायत का एक सचिव होता है। इसके लिए धन जारी करता है। अगर पंचायत पदाधिकारी आम सहमति तक नहीं पहुंचते हैं, तो अधिकारी धन कैसे जारी कर सकते हैं?

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