नहीं चुका पा रहीं हैं अस्पताल का बिल

कोलकाता। कविगुर रबीन्द्रनाथ टैगोर की पड़पोती व ओडिसी डांसर रीता देवी जहांगीर हॉस्पिटल के आईसीयु में भर्ती हैं और अपने इकलौते बेटे तक को नहीं पहचान पा रहीं हैं। रविवार को 92 वर्षीय रीता देवी को मस्तिष्काघात हुआ और अब उनके चेहरे के दाहिने तरफ का निचला हिस्सा लकवाग्रस्त है। वह न बोल पा रहीं हैं और न ही खाने-पीने की हालत में है। अस्पताल का बिल सिर्फ 3 दिनों में 96 हजार रुपये हो गया है और अब रीता देवी के बेटे राहुल चटर्जी को यह डर है कि वह इतना बिल कैसे चुकाएंगे। राहुल ने बताया कि डॉक्टर्स अभी 10 दिन उनकी मां को निगरानी में रखेंगे।
रीता देवी खुद कुचीपुड़ी, मणिपुरी, कथकली और ओडिसी सहित 7 तरह के क्लासिकल डांस में पारंगत हैं और वह नोबेल विजेता रबीन्द्रनाथ टैगोर की रिश्तेदार भी हैं। रीता देवी की नानी, प्रज्ञासुंदरी देवी, टैगोर की भतीजी और लक्ष्मीनाथ बेजबरुआ की पोती थीं। बेजबरुआ को असम के मॉडर्न साहित्य का जनक माना जाता था। रीता देवी के बेटे ने बताया कि उनकी मां ने डांस सीखने के लिए काफी संघर्ष किया।
नाम की एक डॉक्युमेंट्री में खुद रीता देवी ने बताया था कि किस तरह उनके पिता और उनकी दादी ने डांस का विरोध किया था। डॉक्युमेंट्री में रीता ने बताया था कि एक बार उनके माता-पिता उन्हें डांस गुरु उदय शंकर और सितार वादक पंडित रवि शंकर की परफॉर्मेंस दिखाने ले गए थे। उसी दिन से वह शास्त्रीय नृत्य के प्रति खिंचती चली गईं। राहुल चटर्जी ने बताया, ‘7 साल पहले तक उनकी मां सुबह उठकर रोज 3 घंटे योगा और स्ट्रेचिंग करती थीं। वह काफी अनुशासित थीं। उन्होंने 85 साल की उम्र तक डांस किया और सिखाया। वह 1990 के दशक में न्यू यॉर्क यूनिवर्सिटी में डांस की प्रफेसर भी रहीं। मेरी दादी को भी ब्रेन स्ट्रोक हुआ था।’ रीता देवी के बारे में जानने के बाद अस्पताल में मौजूद न्यूरो फिजिशन डॉक्टर संदीप बोर्स ने अपनी कंसलटिंग फीस भी माफ कर दी है। डॉक्टर के मुताबिक, ‘हमने उन्हें खून पतला करने वाली दवाइयां दी हैं। हम लगातार उनकी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। वह अभी स्थिर हालत में नहीं हैं।’ राहुल चटर्जी ने जब अस्पताल के सोशल विंग से मदद मांगी तो उन्हें बताया गया कि उनका परिवार गरीबी रेखा के नीचे नहीं आता, इसलिए उन्हें मदद नहीं दी जा सकती है। जब चटर्जी ने इलाज के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष की बात की तो अस्पताल के सोशल मीडिया वर्कर ने उन्हें एक फॉर्म भरने को दिया और साथ ही यह भी बताया कि इस प्रक्रिया के तहत पैसे आने में करीब 1 से डेढ़ महीने लगेंगे। चटर्जी पूर्व आईटी इंजिनियर हैं और अब वह पूरी तरह से संगीत से जुड़े हुए हैं। वह कुछ परफॉर्मेंस से ही कमा पाते हैं। रीता देवी ने अपने पति को तभी तलाक दे दिया था जब चटर्जी 10 साल के थे और साल 2003 से पुणे में रह रहीं थीं। चटर्जी ने बताया कि उनके घर पर कोई और नहीं है जो उनकी मां की देखभाल करे।

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