फिरोज आलम
सगरद्वीप। लघु कुम्भ को रुप में कुछ दिनों के लिये तब्दील हुए गंगासागर की पावन धरती में जीवन के तमाम रंग नजर आ रहें हैं। पेश है कि देश के धार्मिक मेले में द्वितीय स्थान रखने वाले मेले की कुछ झलकियां।

दीदी बनेगी जरुर पीएम

मेले में बिहार के म से मोकामा से छह लोगों के साथ पुण्य स्नान के लिये आई फुल कुमारी यहां की व्यवस्था से काफी प्रभावित दिखीं। उन्होंने बात करने पर कहा कि यह बंगाल है और दीदी का करिश्मा का कोई जवाब नहीं है। वह जरुर प्रधानमंत्री बनेगी।

निराश होते रहे सोशल मीडिया प्रेमी

सागर मेले के कवरेज के लिये देश के विभिन्न भागों से आये मीडिया कर्मियों को यहां इंटरनेट व्यवस्था के लचर होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। वहीं गंगासगार व सागर तट पर सेल्फी लेने वालों को तब निराशा हाथ लगी जब इंटरनेट व्यवस्था लचर होते रही।

पलक झपका की माल छू

गंगा सागर में स्नान करने आये ऐसे लोगों की कमी नहीं रही जो सागर डुबकी लगाकर निकले थें कि उनका सामान गायब होता रहा। नंग धड़ंग अवस्था में ऐसे लोगों की स्थिति को देखकर आंख भर आना स्वाभाविक है।साफ हे तोहा था। लोग पुण्य स्नान कर संगम से निकले की उनका समान छू हो जा रहा था।

अंगूठे के बल पर तप

यहां साधु समाज की एक अलग ही दुनियां ही बसी हुई है। रात भर साधुओं को भक्तों के साथ चिलम पिते हुए देखा गया तो वही साधु समाज लोक कल्याण के लिये भजन किर्तन भी करते रहें। एक साधु अपने भक्तों को समझा रहा था कि उसने जंगल में लगातार पांच साल तक अंगूठे पर खड़ा होकर तप किया है। साधु की बात सुनकर उनके भक्त की भक्ति देखती ही बन रही थी।

सेल्फीे लिया क्या

सागर के राजा के राजा कपिल मुनि के क्षेत्र में आये लोग पुण्यार्थी हों या फिर पुलिस, एनडीआरएफ, रेडक्रास, मेडिकल टीम या फिर स्वंयसेवी संस्थाओं के लोग हर किसी को यहां सेल्फी लेते हुए देखा जा रहा है। यहां आये लोग यहां आने के अवसर को संजो कर रखना चहते थें।

पुण्य के साथ पिकनिक

गंगा सागर की पावन धरती पर जहां पु्ण्यार्थी भगवद भजन में मग्न थें वहीं ऐसे भी लोग थें जो पुण्या स्नान के लिये तो आये थें लेकिन पिकनिक के मजे भी ले रहें थें। भले ही उनके साथ आये ज्यादत्तर पुण्यार्थी धर्म कर्म में लीन थें लेकिन वह लोग मछली के साथ ही अन्य चीज का मजा ले रहे थें।

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