दो और लापता बच्चों की तलाश जारी

कोलकाता/जलपाईगुड़ी। सरकारी होम से चकमा देकर भागें छह बच्चे मिल गये हैं जबकि दो और लापता बच्चोंथें।  की तलाश जारी है।   फिल्मी स्टाइल से आलमारी दीवार को तोड़कर चादर की सहायता से आठ बच्चे जलपाईगुड़ी कोरक होम से फरार हो गये थें ।घटना बीती रात रेसकोर्स पादो और लापता बच्चों की तलाश जारीड़ा स्थित सरकारी होम की है। आज सुबह तक पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर अभियान चलाकर कुल 6 आवासिक को बरामद किया है। इसमें 3 को करलावैली चाय बागान व अन्य 3 को कूचबिहार के हल्दीबाड़ी से पकड़ा गया है। उक्त मामले की जांच करने के लिये आज सुबह ही जिलाधिकारी रचना भगत होम पहुंची। छानबीन के लिये सीआइडी की टीम भी होम पहुंच गई है।

रचना भगत ने कहा कि 8 बच्चों में 6 को पुलिस ने बरामद कर लिया है। अन्यों की तलाशी जारी है। प्रशासनिक तौर पर समाज कल्याण विभाग व अल्पसंख्यक दफ्तर मामले की जांच कर रही है। जांच में किसी तरह की लापरवाही सामने आती है तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। काउंसिलिंग को लेकर जो शिकायतें आई है, उसपर उपयुक्त व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। अतिरिक्त जिलाधिकारी मलय हलदार भी मामले की जांच करेंगे। होम की सुरक्षा व्यवस्था पर भी काम करने की आवश्यकता है। जिलाधिकारी रचना भगत व कानूनी परामर्शदाता निलांजना दे ने स्वयं भागे 6 बच्चों से पूछताछ कर पूरी घटना के बारे में जानने की कोशिश की। होम के अधीक्षक व कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई।

जलपाईगुड़ी पुलिस अधीक्षक अमिताभ माइति ने कहा कि मामले की जांच शुरू की गई है। अब तक 6 बच्चों को बरामद कर लिया गया है। दो बच्चों की तलाशी जारी है। सभी थानों को अलर्ट कर दिया गया है। पड़ोसी असम, बिहार पुलिस को भी सूचना दी गई है।जिला कानूनी परामर्शदाता कमेटी के सचिव नीलांजना दे भी होम पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अब होम कर्मचारियों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। बच्चों का अच्छे तरीके से काउंसिलिंग करना, एक साथ नहीं रखने, पढ़ाई, खेलकूद समेत कार्यक्रमों में दिलचस्पी बढ़ाने की जरूरत है। उक्त घटना की एक रिपोर्ट कोलकाता हाईकोर्ट को भेजी जाएगी।

दूसरे मंजिले में रहने के बाद भी किस प्रकार 12-16 वर्ष तक के बच्चे होम से भाग निकले। पुलिस, सीआइडी व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने होम प्रबंधन के व्यवस्था पर सवाल उठाये हैं। सरकारी होम के अधीक्षक प्रणय दे ने बताया कि आलमारी के रूप में बनी दीवार को तोड़कर आठ बच्चे होम से भागे हैं। उक्त जानकारी मिलने ही वह स्वयं होम पहुंचे। 6 बच्चों को पुलिस ने पकड़ लिया है। दूसरे मंजिले पर रह रहे 8 बच्चे पिछले कुछ दिनों से आलमारी हटाकर दीवार तोड़ने का काम कर रहे थे। आश्चर्य की बात यह है कि बच्चे किस प्रकार 28 फीट नीचे तक चादर की रस्सी बनाकर नीचे उतरे।यह भी पता चला है कि भागने का सुझाव ज्यादा उम्र के बच्चों का ही था। डर से कम उम्र के बच्चे भी अपना मुंह नहीं खोलते थे। भागने वालों में असम, बिहार, नागालैंड, बांग्लादेश व राज्य के बच्चे शामिल हैं। सभी पहले सिलीगुड़ी भागने के फिराक में थे। बहरहाल दो और बच्चों को तलासा जा रहा है।

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