लेडी सिंहम की भगवा प्रेम की अटकलें तेज

कोलकाता। राज्य की मुख्यमंत्री की बेहद करीबी मानी जाने वाली आईपीएस भारती घोष ने पद त्याग के बाद भाजपा का दामन थाम सकती है। बता दें कि झाड़ग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सभा के दौरान उन्हें जंगलमहल की मां की उपाधी के नाम से सम्मानित किया गया था। वहीं दूसरी तरफ भारती के इस्तीफे के बाद ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि वो बहुत जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकती हैं। घोष का 25 दिसंबर को पश्चिमी मिदानपुर से तबादला कर बैरकपुर कमिश्नरेट में स्टेट आर्म्ड पुलिस, थर्ड बटालियन का कमांडिंग ऑफिसर बनाया गया था।मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री बनर्जी ने जब राज्यसभा सांसद मानस भुइंया से बीजेपी के वोट बढ़ने की वजह पूछी तो उन्होंने इसके लिए भारती घोष को जिम्मेदार ठहरा दिया। मानसा ने ममता से ये तक कह डाला की वो आपकी नहीं बल्कि मुकुल रॉय की करीबी है। माना जा रहा है कि इसके बाद उनके तबादले का आदेश जारी हुआ था। गौरतलब है कि पार्क स्ट्रीट बहुचर्चित रेप कांड के बाद आईपीएस दमयंती सेन का सजा के तौर पर बैरकपुर में ही तबादला हुआ था। भारती घोष की बात करें तो वो हार्वर्ड विश्वविद्यालय से मैनेजमेंट विषय में स्नातक है। पश्चिम बंगाल पुलिस में शामिल होने के पहले वो कलकत्ता मैनेजमेंट इस्टीट्यूट में शिक्षिका थीं।
कसोवो और बोस्निया में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में भारती ने काम किया है। साल 2011 के मध्य में वह मिशन से राज्य लौटीं। उस वक्त मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में राज्य में तृणमूल कांग्रेस की सरकार पहली बार बनी थी। कुछ समय के बाद ही भारती घोष की पोस्टिंग झाड़ग्राम व पश्चिम मेदिनीपुर में पुलिस अधीक्षक के तौर पर कर दी गई। बताते चलें कि भारती को छह बार यूएन मेडल मिल चुका है। साल 2014 में कमेंडेबल सर्विसेज के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी उन्हें पुरस्कृत किया था।

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