अमितेश कुमार ओझा

झाड़ग्राम। भारत की हवन और यज्ञ संस्कृति विज्ञान सम्मत है। चार दशक पहले हुए भोपाल गैस कांड के समय भी देखा गया कि जिन घरों में हवन और यज्ञ आदि हुआ करते थे, उन पर गैस त्रासदी का कम प्रभाव देखा गया। यह बात आर्य समाज हावड़ा के पदाधिकारियों ने कही। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के झाड़ग्राम थाना अंतर्गत जामदा में वैदिक वानप्रस्थ और योगाश्रम का संकल्प दोहराते हुए पदाधिकारियों ने ये बातें कही। इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में प्रमोद अग्रवाल, किशन देव अग्रवाल, विनय अग्रवाल, पंडित मधुसूदन शास्त्री, विनय अग्रवाल, डॉ. कौशिक दत्ता अरुण महतो, अरुण आर्य, मनोज अग्रवाल, नरेश गुप्ता तथा विनोद बिहारी गुप्ता समेत बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कविगुरु रविन्द्र नाथ जयंती पर मंत्रोच्चार के जरिए झाड़ग्राम के जामदा में वैदिक वानप्रस्थ और योगाश्रम बनाने का संकल्प दोहराते हुए वक्ताओं ने कहा कि हम चाहते हैं कि सात्विक प्रवृत्तियों और सुसंस्कार का लाभ जंगल महल के अधिवासियों को भी मिले। हमारे सपनों का आश्रम हम स्थानीय लोगों को ही उत्सर्ग करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में हमें कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन हमें पूर्ण विश्वास है कि समाज और स्थानीय प्रशासन की मदद से हम बाधाओं से पार पाने में सफल होंगे और जल्द ही आश्रम का निर्माण शुरू हो जाएगा। उन्होंने स्थानीय लोगों से इस कार्य में सहयोग की अपील की। इस अवसर पर लोगों के बीच प्रसाद व अन्य चीजों का वितरण भी किया गया।

 

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