मालदा। राज्य के में माल्दा जिले  केबैष्णवनगर थाना क्षेत्र के सिमुताला इलाके में गंगा नदी में एक नौका के पलटने से उसमें सवार तीन व्यक्तियों की मौत हो गई और 1 अन्य लापता है। खंड विकास अधिकारी दुलाल चंद्र सरकार ने आज बताया कि कल नौका के पलटने के बाद इसमें सवार 12 लोगों में से आठ तैरकर बच गए जबकि चार लापता थे। सरकार ने कहा कि रूबेल, अशरफ अली, ताहिदुर के शव आज बरामद किए गए, लेकिन एक व्यक्ति अब भी लापता है। बचाव अभियान अब भी चल रहा है।उन्होंने कहा कि सभी लक्खीपुर ग्राम पंचायत के जिआरट्टोला गांव के रहने वाले हैं।अधिकारी ने कहा कि मृतक दिहाड़ी मजदूर थे और वे गोबिंदरामपुर से घर लौट रहे थे।

हादसा तूफान के कारण बताया जा रहा है। पुलिस प्रशासन व स्थानीय ग्रामीण लापता लोगों की तलाश में जुटी है। इस घटना से क्षेत्र में शोक छा गया है। सूत्रों के मुताबिक इस क्षेत्र के गंगानदी के तटवर्ती इलाके के अनेक निवासी गंगा के बीच बने द्वीपों में खेती करते हैं। इन इलाकों में वर्तमान में भूट्टा की खेती की जा रही है। किसान प्रतिदिन नाव लेकर इन इलाकों में जाते हैं एवं काम करने के बाद शाम को घर लौट आते हैं। रात को जियारतटोला गांव के 12 लोग नाव में फसल लादकर नाव से गांव लौट रहे थे। अचानक गंगा नदी के बीचोंबीच आने से तेज हवा व तूफान की वजह से यह नाव पलट गई। इसमें नाव पर सवार 12 यात्री नदी में डूबे। इनमें से आठ लोग किसी तरह तैरकार जान बचाई, लेकिन चार लोग नदी में समा गए। इस घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय लोग, ब्लाक प्रशासन व विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता व कार्यकर्ता वहां पहुंचे। इसके बाद नदी में तलाशी शुरू हुई। गुरुवार तड़के नदी से रूहुल शेख 22, तहिदूर शेख 14 व मसीदूर शेख 30 का शव बरामद हुआ। इस नाव में असरफ शेख नामक एक 12 वर्ष का किशोर भी था, समाचार लिखे जाने तक उसका कोई पता नहीं चल सका है। उसकी तलाश की जा रही है। क्षेत्र के विधायक स्वाधीन सरकार ने बताया कि रात को भीषण बारिश हो रही थी एवं तेज हवाएं चल रही थी, इस वजह से यह दुर्घटना हुई। प्राकृतिक आपदा के कारण तलाशी का काम देर से शुरू हुआ इस वजह से मृतकों की संख्या बढ़ी। क्षेत्र के तृणमूल नेता ललित चौधरी ने बताया कि पहले ग्रामीणों अपने प्रयास से तलाशी का काम शुरू किया। प्रशासन को अवगत कराने के बाद बोट उतारा गया। दक्षिण मालदा के सांसद आबू हासेम खान चौधरी ने बताया कि काफी संख्या में लोग यहां नाव से गंगा नदी को पार करते हैं। राज्य सरकार से स्थायी घाट के निर्माण की मांग की गई लेकिन पूरी नहीं हुई। मालदा जिला परिषद के उपाध्यक्ष गौड़ चंद्र मंडल ने बताया कि यह काफी दु:खद घटना है। जल्द मानिकचक, रतुआ कालियाचक इलाके में कई स्थायी घाट तैयार किया जाएगा। साथ ही गतिधारा योजना में नई सुरक्षित नाव माझी के हाथों में सौंप दिया जाएगा, जिससे दुर्घटना से बचा जा सका।

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