तीन महीने में रिपोर्ट की मांग
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फरक्का/भीमगौड़ा। जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय ने उत्तराखंड के भीमगौड़ा से लेकर पश्चिम बंगाल के फरक्का तक गंगा नदी की गाद निकालने के लिए दिशा निर्देश तैयार करने हेतु एक समिति का गठन किया है। एनजीआरबीए के विशेषज्ञ सदस्य माधव चिताले को इस समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। समिति के सचिव व अन्य सदस्य के तैर पर जल संसाधन नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय, सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और डॉ मुकेश सिन्हा, निदेशक, केन्द्रीय जल और विद्युत अनुसंधान केन्द्र, पुणे। समिति से गाद निकालने और रेत खनन के बीच का अंतर बताने के लिए तथा पारिस्थितिकी और गंगा नदी के सुगम प्रवाह के लिए गाद निकालने की जरूरत स्थापित करने के लिए भी कहा गया है। समिति का कार्यकाल तीन महीने की अवधि के लिए होगा। यह उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री सुश्री उमा भारती ने राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की 4 जुलाई, 2016 को नई दिल्ली में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा था कि गंगा नदी की गाद निकालने के लिए जल्द ही एक समिति का गठन किया जाएगा। |