लखनऊ। जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने  महाराज ने एक बार फिर विवादित बयान देकर देश भर में तनातनी का माहौल बना दिया है। वह श्री सिद्धपीठ चंडी मंदिर पहुंचे थें। यहां पर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने ने जो कहा है है उससे आपसी तनातनी से कोई भी अप्रिय घटना घट जाये तो बड़ी बात नहीं होगी। शंकराचार्य स्वामी ने मथुरा हिंसा को शासन की विफलता करार देते हुए नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान पर भी कटाक्ष कर डाला। खबरों के अनुसार शंकराचार्य ने कहा कि पानी संकट को गभीरता से नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने मथुरा में हुई हिंसा के लिए अखिलेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना है कि यह सारी घटना जातिवाद के कारण हुई है। उन्होंने कहा कि वहां पर अवैध कब्जा करने वाला यादव ही था। इसी के चलते कई बेगुनाह लोग मारे गए। शंकराचार्य का कहना है कि समाजवादी सरकार में जातिवाद का बोलबाला है और यादव कनेक्शन के चलते मथुरा में ये घटना हुई है।

शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज ने कहा कि सभी स्कूलों और कॉलेजों में भगवान राम और कृष्ण के चित्र लगाने पर जोर दिया जाए। उन्होंने कहा कि मुसलमान मदरसों में इस्लाम की शिक्षा दे सकता है, ईसाई मिशनरी स्कूलों में बाइबिल की शिक्षा दे सकता है। लेकिन, हमारे बच्चे धर्म की शिक्षा के लिए कहां जाएं ? वहीं दूसरी तरफ शंकराचार्य स्वामी ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि 2 साल पूरे होने के बाद भी मोदी सरकार ने विकास के नाम पर क्या किया है। उन्होंने कहा कि 2 साल पूरे होने पर मोदी सरकार विकास के नाम पर सिर्फ शौचालयों का निर्माण करा रही है। आम जनता की आवश्यकता है शुद्ध भोजन और शुद्ध पानी, जो सरकार गरीब जनता को नहीं दे पा रही है।

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