एकडालिया एवरग्रीन की पूजा के उद्धघाटन में दादा के लिये भावुक हुई दीदी

जगदीश यादव
कोलकाता। दुर्गा पूजा को लेकर रात दिन एक करने वाले सुब्रत दा आज हमारे बीच नहीं है।  ”पूजा को लेकर मौलामस्त रहने वाले इस आदमी की आत्मा में पूजा रमी हुई थी, शायद यही कारण था कि वे कम से कम एक महीने से मुझसे लड़ते थे, ‘ कहते थें तुम्हारा डेट मुझे कब मिलेगा?  पहले मेरे पूजा की डेट  पक्की करो।” ‘ लेकिन आज वह आदमी हमारे बीच नहीं है! पूजा के प्रति मेरे लिये ऐसी ईमानदारी अकल्पनीय है!” उक्त बात आज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एकडालिया एवरग्रीन की पूजा का उद्घाटन करते हुए कही। सीएम ने इस दिन राज्य के मंत्री रहें सुब्रत मुखर्जी को इस दिन बेहद भावुकता के साथ याद किया। क्यों कि, एकडालिया एवरग्रीन की पूजा व सुब्रत मुखर्जी एक दुसरे के पूरक रहें हैं, यह कहे तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। सुब्रत मुखर्जी के बिना इस पूजा की कल्पना मेरे लिए पूरी तरह से बेईमानी है। सुब्रत मुखोपाध्याय का निधन बिते काली पूजा के दौरान हो गया। लेकिन इस राज्य में शायद ही कोई ऐसा हो जो राजनीति के इस दिग्गज शख्सियत से अजनबी हो। सीएम ममता ने कहा, “मैंने बचपन में राजनीति की शुरुआत सुब्रत दा के हाथों से की थी। मैं सुबह आठ बजे इनके यहां आ जाती थी। भाभी को सब कुछ पता है। फिर चर्चा किया जाता था कहां जाना है, कहां जुलूस करना है। सीएम ममता ने कहा, आज शायद सब कुछ है। सभी नियमों का पालन किया जा रहा है। अगले तीन महीनों के भीतर यहां स्थायी रूप से सुब्रत उद्यान बन जाएगा। लेकिन फिर भी उनकी अनुपस्थिति मुझे हमेशा खलेगी ।” मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं आज बहुत दुखी हूं। मैं कुछ नहीं कह पा रही हूं, मुझे सुब्रत दा की बहुत याद आ रही है।”

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