नई दिल्ली। युवा मामले एवं खेल मंत्रालय ने अपनी ओर से पहल करते हुए रियो ओलंपिक 2016 की व्यक्तिगत स्पर्धाओं के पदक विजेताओं के लिए राजीव गांधी खेल रत्न के प्रावधानों में ढील देने का फैसला किया है, ताकि उन खिलाडि़यों को राजीव गांधी खेल रत्न 2016 देने पर विचार किया जा सके, जो अतीत में राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित नहीं किए गए हैं।
टीम स्पर्धाओं में पदक जीतने वाले ऐसे खिलाड़ी, जिन्होंने रियो ओलंपिक 2016 में अपनी टीम द्वारा देश के लिए पदक जीतने में उदाहरण के तौर पर गोल करने और गोल बचाने आदि के जरिए अहम भूमिका निभाई है और उन्हें अतीत में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया गया है, अर्जुन पुरस्कार योजना के प्रावधानों में ढील देते हुए ऐसे खिलाडि़यों को अर्जुन पुरस्कार 2016 प्रदान करने पर विचार किया जाएगा।
रियो ओलंपिक 2016 के पदक विजेताओं को राजीव गांधी खेल रत्न 2016 और अर्जुन पुरस्कार 2016 देने पर विचार किया जाएगा, ताकि उन्हें रियो ओलंपिक में पदक जीतने लायक प्रदर्शन करने के बाद साल भर इंतजार करने की आवश्यकता न पड़े। राजीव गांधी खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार की योजनाओं के मौजूदा प्रावधानों के अनुसार खिलाडि़यों के, पुरस्कार वर्ष से पहले की चार साल की खेल उपलब्धियों पर यानी वर्ष 2011 से 2015 तक की खेल उपलब्धियों पर विचार किया जाएगा।