कोलकाता। मोबाइल गेमिंग ऐप धोखाधड़ी मामले में एक और खुलासा हुआ है। कोलकाता पुलिस के खुफिया विभाग की जांच में सामने आया है कि इस केस में मुख्य आरोपित आमिर खान ने एक विशेष निजी बैंक में 147 खाते खोले थे। प्रत्येक मामले में, वह इंट्रोड्यूसर था और उसने बैंक को धोखा देने के लिए नकली केवाईसी विवरण प्रस्तुत किया था। खुफिया विभाग ने इससे संबंधित कागजात भी कोर्ट में दाखिल किए हैं।जांच में पता चला कि है आमिर खान अपने मुनाफे के एक हिस्से को क्रिप्टो करेंसी में बदलता था। हालांकि, पुलिस ने इस दावे को खारिज किया कि क्रिप्टो करेंसी की कीमत करोड़ों में थी। एक अधिकारी ने दावा किया कि हम उसके हर वित्तीय लेनदेन की जांच कर रहे हैं। यह एक लंबी प्रक्रिया है। हम जल्दबाजी में किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकते। यही नहीं ईडी को पता चला है कि आमिर खाने के साथ तृणमूल के एक मंत्री और पार्ड पार्षद से करीबी संपर्क रहा है। खुफिया विभाग ने दावा किया कि दो अन्य ऐप भी आमिर खान ने ही बनवाए थे। उन दोनों ऐप को लेकर भी जांच चल रही है। सूत्रों का दावा है कि दो अलग से बनवाए गए ऐप्स का इस्तेमाल बैंक की ओर से उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद किया गया था। खान के वकीलों ने अब तक सभी दावों का खंडन किया है और यहां तक कि पिछले रविवार को अदालत में पेश होने पर जमानत के लिए अपील भी की थी।

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