कोलकाता।  भले ही तृणमूल सुप्रीमों ममता बनर्जी ने सभी से शांति व्यवस्था को बहाल रखने की बात गुरुवार को कही है। लेकिन जीत के नशे में डूबे लोगों द्वारा कोलकाता महानगर समेत राज्य के तमाम जगहों पर हिंसा को अंजाम दिया गया है। महानगर कोलकाता के बाबूघाट में सत्ताधारी सरकार के समर्थकों के द्वारा भाजपा के एक कार्यकर्ता पर तब हमले किये गये जब मतगणना हो रही थी। पुलिस ने भाजपा नेता राहुल सिन्हा के उक्त समर्थक को बचाया। दृश्य तो यह रहा कि मटियाबुर्ज जैसे जगहों में सत्ताधारी दल के लोगों ने विरोधियों के घरों के सामने पटाखें फेंके। इसी तरह जीत के जश्न में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने आसनसोल में सीपीएम के दफ्तर में आग लगा दी है। इसके साथ ही कार्यक्ताओं ने दफ्तर में जम कर तोड़फोड़ भी की है। दोपहर लगभग सवा तीन बजे आसनसोल में टीएमसी के कार्यकर्ता सीपीएम के दफ्तर पहुंचे। जहां पर उन्होंने जीत का जश्न मनाते हुए ऑफिस को आग के हवाले कर दिया। इसके साथ ही ऑफिस में रखे सामान को भी बाहर फेंक दिया।  हुगली के आरामबाग में गंगा का रुख उल्टा ही रहा। यहां माकपा के लोगों ने तृणमूल के लोगों के घरों में तोड़फोड़ किया। जबकि खानाकुल को घोषपुर में तृणमूल समर्थकों के द्वारा माकपा के एक समर्थक पर हमले का आरोप है।  इसी तरह से राज्य के कई जगहों से मारपीट की खबर है। बता दें कि पश्चिम बंगाल में इस बार ममता ने जोरदार जीत हासिल की है और कांग्रेस-वाम गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा है। इसके बाद ही पूरे राज्य में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता जश्म में डूबे हुए हैं।

 

 

 

 

Spread the love
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •