प्रभावित इलाकों में तनातनी के बावजूद नये सिरे से हिंसा नहीं

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले में सोमवार को भड़की सांप्रदायिक हिंसा पर केनद्र ने बंगाल सरकार को आड़े हाथ लेने की तैयारी शुरु कर दी है। संज्ञान लेते हुये केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने आज राज्य सरकार से हिंसा से उपजे हालात पर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले में फेसबुक पोस्ट को लेकर भड़की सांप्रदायिक हिंसा के बाद केंद्र सरकार ने मंगलवार को यहां 400 अर्द्धसैन्य बल और बीएसएफ जवानों को हालात पर काबू पाने के लिए भेजा है। खबर के लिखे जाने तक प्रभावित इलाकों में तनातनी के बावजूद हिंसा की कोई खबर नहीं मिली है।

इस बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी से टेलीफोन पर बात कर स्थिति की जानकारी ली। सिंह ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच उपजे मनमुटाव को आपसी बातचीत से दूर करने का दोनों से अनुरोध किया है। समझाा जाता है कि बनर्जी और त्रिपाठी ने सिंह को बातचीत के दौरान अपने अपने पक्ष से अवगत कराया। इस मामले में बनर्जी ने त्रिपाठी को आरोपों के घेरे में लेते हुये उन पर राज्यपाल पद की मर्यादा का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने यहां तक कह दिया कि त्र्ािपाठी भाजपा के ब्लॉक अध्यक्ष की तरह बर्ताव कर रहे हैं। हालांकि त्रिपाठी ने बनर्जी के इस रवैये और भाषा पर आश्चर्य व्यक्त किया है। इससे पहले मंत्रालय ने राज्य सरकार को भेजे लिखित संदेश में राज्य के हिंसा प्रभावित इलाकों में कानून व्यवस्था की मौजूदा स्थिति और इससे निपटने के लिये किये गये उपायों पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। बातचीत के दौरान सिंह ने बनर्जी और त्र्ािपाठी से पृथक गोरखालैंड की मांग को लेकर दार्जििलंग में चल रहे आंदोलन में बंद और हिंसा की स्थिति पर भी चर्चा की। फेसबुक पर सोमवार को एक विवादित टिप्पणी को लेकर 24 परगना जिले के बदूरिया और बसीरहाट कस्बों में हिंसक वारदातें हुईं। इसमें इलाके की कई दुकानों और मकानों को आग के हवाले कर दिया गया। हिंसा का असर बदूरिया के अलावा तेंतूलिया,गोलाबारी कस्बों में भी हुआ है। सरकार ने हिंसा से उपजे हालात पर काबू पाने के लिये हिंसा प्रभावित इलाकों में धारा 144 लगाते हुये इंटरनेट सेवायें एहतियातन बंद कर दी हैं। साथ ही फेसबुक पर विवादित पोस्ट चस्पा करने वाले युवक को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इस बीच हिंसा पर काबू पाने में राज्य पुलिस की मदद के लिये मंगलवार को गृह मंत्रालय ने अर्धसैनिक बल की कुछ टुकड़ियां प्रभावित इलाकों में भेज दी हैं।

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