तोड़फोड़ व प्रदर्शन के आरोप में 250 गिरफ्तार

सिलीगुड़ी।  आज एक बार फिर पहाड़ में अशांति की चिंगारी दिखाई दी है। कारण एक बार और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) का 12 घंटे का पहाड़ बंद सुबह छह बजे से शुरू होते ही शांत पहाड़ में अशांति के जलजला को महसूस किया गया।  बंद समर्थक  सुबह से दार्जिलिंग पहाड़ के कालिम्पोंग, कर्सियांग एवं मिरिक महकमे के विभिन्न स्थानों में बंद के समर्थन में प्रदर्शन करते दिखे। खबर के लिखे जाने तक  पुलिस ने विभिन्न स्थानों से मोर्चा नेताओं समेत करीब 250 बंद समर्थकों को हिरासत में लिया है। कई स्थानों पर टूरिस्ट वाहनों में तोडफोड़ की खबर है। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने मोर्चा के बंद को अनैतिक करार देते हुए सरकार की ओर से बंद के दौरान जन जीवन सामान्य बनाये रखने के लिए पुलिस प्रशासन को निर्देश दिया है। बंद के दौरान आम लोगों को किसी तरह की कोई दिक्कतें न हो इसके लिए सरकार के तीन मंत्री पहाड़ पर मौजूद रहकर हालात पर नजर बनाये हुए थें।

कलकत्ता हाई कोर्ट ने भी बंद के दौरान पहाड़ को सचल रखने के लिए राज्य सरकार को निर्देश दिया है। दार्जिलिंग के जिलाधिकारी अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि दार्जिलिंग महकमे के कर्सियांग, कालिम्पोंग एवं मिरिक महकमे में अब तक प्रदर्शन कर रहे 250बंद समर्थकों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बतायाकि पहाड़ पर फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण व नियंत्रण में है।फिलहाल कुछ दुकानें खुली है। सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों की आवाजाही शुरू हो गई है। दूसरी ओर मोर्चा के बंद से सिक्किम जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 10 पर यातायात ठप है जिसके कारण सड़क मार्ग से सिक्किम का संपर्क फिलहाल कटा है। बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा पहाड़ के विकास के लिए गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) को विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से चार हजार करोड़ से अधिक रूपये आवंटित किये जाने के बयान के खिलाफ मोर्चा ने बुधवार को 12 घंटे पहाड़ बंद का आहवान किया । मोर्चा का दावा है कि राज्य सरकार ने उन्हें विकास के लिए केवल 238 करोड़ रूपये दिये हैं। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने इस बंद का आह्वान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस बयान के खिलाफ किया था, जिसमें उन्होंने गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) को साढ़े चार साल के दौरान 4,000 करोड़ रुपये आवंटित करने की बात कही थी। पश्चिम बंगाल सरकार बंद के खिलाफ है.। उसने दार्जिलिंग प्रशासन के साथ मिलकर दुकानें, शैक्षिक संस्थान और चिकित्सा संस्थानों को खुले रखने के लिए कदम उठाए। ऐसे में कुछ दुकानें खुली रहीं और इक्का दुक्का वाहन सड़कों पर चलते दिखे। पुलिस ने कहा कि कुर्सियांग में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा और पुलिस के बीच झड़प में सैंकड़ो लोगों को गिरफ्तार किया गया. दार्जिलिंग के पेडांग में एक वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया.

 

 

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