‘काश वह हमे सुन लेता’
सागरद्वीप से लौटकर
जगदीश यादव
हमलोग यानी मीडि़या के लगभग एक सौ लोग सगारद्वीप से गंगासागर मेले का कवरेज कर मुड़ीगंगा नदी को पार कर सरकाद द्वारा उपलब्ध कराये गये बस में कोलकाता की ओर रवाना हों गये थें। तभी खबर मिली की सागर मेले में भगदड़ के कारण छह पुण्यार्थिीयों की मौत हो गई है। तमाम मीडिया कर्मियों को वापस सागर की ओर लौटना पड़ा। लेकिन बस में सावर होने के दौरान मैने एक बांग्ला समाचार पत्र के संवाददाता गौतम मंडल से कहा था कि गौतम मेले में तीन लोगों अस्वस्थ्य होने के कारण मर गये हैं लेकिन सरकारी तंत्र उनके मौत को हमसे छुपा रही है। ऐसे में हो सकता है कि कई घटनाएं घटी हैं सरकारी तंत्र हमसे छुपा रही है। गौतम ने कहा कि दादा मैने भी तीन लोगों के मरने की बात सुनी है लेकिन मंत्री और एसपी इसकी पुष्टी नहीं कर रहें हैं। उक्त बातचीत के दौरान हमलोग बस में चिकन और फ्राईड राइस खाते हुए बात कर रहें कि छह लोगों की मौत की खबर ने हमें अलर्ट कर दिया।
लेकिन हैरत तो मेरे जैसे कई मीडिया कर्मियों को इस बात की हो रही है कि जिस कचुबेड़िया लॉन्च घाट पर उक्त हादसा हुआ था हादसे से लगभग दो घंटे पहले माने और एक वरीय पत्रकार शाहजहांन सिराज ने वहां भीड़ कंट्रोल के लिये मौजूद एक युवा पुलिस अधिकारी को सम्भावित हादसे के तहत जब सतर्क किया तो उक्त पुलिस अधिकारी ने हमें कहा कि सर प्लीज हमें अपना काम करने दिजीए, आपलोगों को तो परेशानी नहीं हो रही है हम आपलोगों को विशेष सुविधा के तहत अन्य लोगों से अलग ले जा रहें हैं। इसी दौरान हमलोगों ने देखा कि वहीं एक एम्बूलेंस के चालक को किस तरह से वहां मौजूद सिविक वालिटीयर पुलिस का एक युवा कर्मी किस तरह से गलियां दें रहा था। इसी दौरान मीडिया के लोग खड़े थें कि लोगों के भीड़ के धक्के के कारण कई मीडिया कर्मी नदी की धारा जिस तरह किसी भी चीज को बहाकर ले जाती है उसी तरह से कई मीडिया कर्मी भीड़ के धक्के से अपने जत्थें से अलग हों गये थें। जब हमलोगों ने अपना आक्रोश जाहिर किया तो व्यवस्था होश में आई और हम लॉंच में चढ़ें। ज्ञात हो कि रविवार को कचुबेड़िया लॉन्च घाट गंगासागर तीर्थयात्रियों के बीच भगदड़ में दम घुटने के कारण छह लोगों की मौत हो गई है। यहां स्नान करने जुटी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ काचुबेरिया घाट पर नाव से कोलकाता जाने का लिए इंतज़ार कर रही थी। भीड़ इतनी ज़्यादा थी कि दम घुटने से 6 लोगों की मौत हुई।