सैंकड़ो गिरफ्तारी, भिड़ते रहें सत्ताधारी व बंद के समर्थक

वाहनों पर पथराव व पुलिस के साथ होती रही धक्का मुक्की 

कोलकाता। श्रमिक संगठनों की 12 सूत्री मांगों को लेकर आज एक दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का पश्चिम बंगाल में मिला-जुला असर रहा । तमाम जगहों पर रास्ता-घाट सन्नाटे का शिकार रहें तो राजधानी कोलकाता में इसका मामूली प्रभाव देखा गया  आधिकारिक रिपोर्टाें के मुताबिक राज्य में कई स्थानों पर बंद समर्थकों का तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ संघर्ष हुआ । पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई। राज्य में सत्तारूढ़ दल तृणमूल के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर बंद का विरोध करते देखे गये । पुलिस ने उत्तर बंगााल के कूच बिहार और सिलीगुड़ी समेत राज्य के विभिन्न स्थानों पर बसों को क्षति पहुंचा रहे और सड़क जाम कर रहे 100 से ज्यादा  हड़ताल समर्थकों को गिरफ्तार किया है । गिरफ्तार लोगों में सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता अशोक भट्टाचार्य शामिल हैं। भट्टाचार्या के साथ15 अन्य प्रदर्शनकारियों को भी गिरफ्तार किया गया है.

2 पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों से हिंसक घटनाओं की खबर है। कूचबिहार के केशव रोड पर बंद समर्थकों ने दो बसों को आग के हवाले किया। वहीं कोलकाता में आम लोगों को हड़ताल के कारण परेशानी न हो इसके लिए सरकार ने अधिक बसें चलाने का फैसला लिया है। वहीं उत्तरी 24परगना में हड़ताल के दौरान मध्यमग्राम में माकपा व तृणमूल  कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। वहीं,कोलकाता में शांतिपूर्वक हड़ताल के कारण स्थानीय लोगों को कोई समस्या नहीं हो रही है। राज्य में भले ही उक्त हड़ताल का व्यापक असर नहीं हुआ लेकिन सरकारी तंत्र के साथ हडतालियों की भिड़ंत ते साफ नजर आया। राज्य के कूचबिहार में बंद के सम्रथन में सड़क पर उतरे एसयूसीआई के समर्थकों और पुलिस के साथ के साथ मरापीट और धक्का मुक्की की घटना घटी। जिसके कारण पुलिस ने 33 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं महनगर के लेक मार्केट में भी पुलिस के साथ बंद समर्थक मकपा के लोगों के बीच झड़प की घटना घटी।    बंद के कारण बेहाला में ट्रामडिपो के पास बंद समर्थकों के में धक्कामुक्की के बाद पुलिस ने कईयों को गिरफ्तार किया। जहां जादवपुर में बंद समर्थकों ने पुलिस के साथ धक्का मुक्की की तो वहीं सिउड़ी में भी एसयूसीआई समर्थक पुलिस के सा भिड़ते नजर आये। गरीया के बोराल में बंद समर्थकों ने माकपा कार्यालय में तोड़फोड़ का आरोप लगाया। जबकि मुर्शिदाबाद के कांदी में 52 लोगों को जबरन बंद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। मालदा, कूचबिहार सह राज्य के कई जगहों पर बंद समर्थकों द्वारा वाहनों में पथराव कारने का मामला सामने आया है।  दूसरी ओर बहरमपुर में स्थानीय पालिका कार्यालय का दरवाजा जबरन तोड़कर खोला गया जिससके कारण पुलिस को सत्ताधारी दल के ही कई समर्थकों को गिरफ्तार करना पड़ा है।

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