कोलकाता/शिलांग।

भारत और बांगलादेश के परिवहन के साथ ही गृह और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने शिलांग में दोनों देशों के बीच यात्री बस सेवा की प्रगति की समीक्षा करने के लिए बैठक की। इससे दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होंगे। बैठक में भारत की ओर से असम, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और मेघालय के परिवहन आयुक्ते और प्रतिनिधि तथा सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकारी शामिल हुए। बांगलादेश के अधिकारियों में सड़क परिवहन मंत्रालय में संयुक्तो सचिव और विदेश मंत्रालय तथा बांगलादेश सड़क परिवहन निगम के अधिकारी शामिल थे। दोनों देशों के बस परिचालक भी बैठक में उपस्थित थे। बैठक का उद्देश्यठ दोनों देशों के बीच चार मार्गों पर चलने वाली बस सेवाओं का जायजा लेना और यात्रियों के लिए आसान तथा सुविधाजनक यात्रा के लिए संभावित सुधार लाना था।
बैठक में वीजा मंजूरी सुविधाओं में सुधार की आवश्यठकता पर चर्चा की गई ताकि तेजी से मंजूरी दी जा सके। इसके लिए बांगलादेश ने अगरतला में उसके मौजूदा वाणिज्यन दूतावास को सुदृढ़ करने का प्रस्तािव रखा। इसके अलावा भारत के विदेश मंत्रालय ने गुहावाटी में बांगलादेश का एक और वाणिज्यय दूतावास स्थागपित करने को मंजूरी दी। बैठक में दोनों तरफ यात्री सुविधाओं में सुधार जैसे मुद्दों पर भी बातचीत की गई। कोलकाता ढाका मार्ग पर बांगलादेश में और स्टॉ प बढ़ाने की मांग तथा उचित किराये के मुद्दे पर भी चर्चा की गई।
1999 में कोलकाता और ढाका के बीच बस सेवा शुरू करने के मसौदे पर हस्तासक्षर करने के बाद से यह अपने तरह की पहली समीक्षा बैठक है। अगली समीक्षा बैठक जून के अंतिम सप्ता।ह में गुहावटी में की जाएगी। वर्तमान में भारत और बांगलादेश के बीच चार मार्गों पर बस सेवाओं का परिचालन किया जा रहा है। इनमें ढाका से होकर कोलकाता से अगरतला-त्रिपुरा सड़क परिवहन निगम,पश्चिम बंगाल भूतल परिवहन निगम और बांगलादेश सड़क परिवहन निगम द्वारा आने जाने के लिए तीन बसों का परिचालन किया जाता है। इस सेवा की मदद से पारंपरिक सिलिगुडी-गुहावटी-सिल्चिर मार्ग पर कोलकाता और अगरतला के बीच 1550 किलोमीटर की दूरी कम होकर नए मार्ग पर केवल 640 किलोमीटर रह गई है।
जबकि असम राज्यि परिवहन निगम और बांगलादेश सड़क परिवहन निगम की आने जाने के लिए एक बस है।
कोलकाता से ढाका व अगरतला से ढाका के तहत इन बस सेवाओं का परिचालन 2000 से किया जा रहा है।
दोनों देशों के बीच यात्री बसों का परिचालन क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने के प्रयास का हिस्सा् है। भूटान और नेपाल के साथ ही भारत ने बांगलादेश से भी बीबीआईएम मोटर वाहन समझौता किया है। इसका उद्देश्यन चारों देशों के बीच यात्रियों और माल वाहन परिवहन को नियमित करना तथा आपसी लाभ, क्षेत्रीय एकीकरण और आर्थिक विकास के लिए सीमाओं के आर-पार लोगों और वस्तु ओं की बाधा रहित आवाजाही सुनिश्चित करना है।

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