एक सप्ताह में तीन बुजुर्गों का खून 

कोलकाता। जोड़ासांकू व भवानीपुर के बाद एक बार फिर एक वृद्ध बसंतलाल कोइरी की रहस्यमय हत्या की घटना से पुलिस व्यवस्था पर सवाल खड़े हों गये हैं। वहीं महानगर में रहने वालें बुजुर्गों की सुरक्षा पर भी सवालिया निशान लग गया है। साफ कहें  मात्र एक सप्ताह के मध्य महानगर में तीन बुजुर्गों की हत्या की घटना घट चुकी है। पुलिस व लोगों के अनुसार उत्तर कोलकाता के काशीपुर के गुरुवार की देर रात को हत्या की वारदात हुई है। काशीपुर उद्यानबाटी के उल्टे तरफ स्थित मोदी गली के एक कमरे से पुलिस वृद्ध बसंतलाल की क्षत विक्षत लाश बरामद किया है। पुलिस का कहना है कि वृद्ध की हत्या की गई है यह प्राथमिक जांच से पता चलता है। उनके चेहरे पर आघात के कई निशान पाये गये । सीइएससी के उक्त अवकास प्राप्त कर्मी की हत्या से स्थानीय लोग भी हैरत में हैं। कारण वृद्ध को वह लोग एक अच्छे इंसान के तौर पर जानते थें।

हलांकि वृद्ध की मौत के कारण के मामले पर पुलिस भी खुद उलझ गई है। कारण घटना को लेकर हैरत की बात भी सामने  रही है। पुलिस ने जब मृतक के कक्षा 11 वीं में पढ़ने वाले बेटे अनमोल से पूछताछ किया है तो उसने पुलिस को कुछ अलग ही जानकारी दी है जिससे वारदात का रहस्य काफी गहरा हो गया है।  अनमोल से पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि उसने गुरुवार दोपहर को अपने पिता को फुटपाथ में पड़ा देखा तो एक आटो के जरिये उन्हें घर लेकर आया। अनमोल का कहना है कि पिता के मुंह से खून निकल रहा था। उसने एक डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टर ने सेक पिता को मृत करार दिया।  घटना को लेकर तमाम सवाल है जिसका जवाब पिल तलाश रही है। जैसे पिता के घायल होने से लेकर मौत तक की जानकारी अनमोल ने स्थानीय लोगों व पुलिस को क्यों नहीं दी। अनमोल की माने तो उसके पिता के मुंह से खून निकल रहा था और उनकी मौत भी दोपहर के आसपास हो गई फिर भी पिता की इस तरह से मौत पर उसे किसी तरह का शक क्यों नहीं हुआ?

खैर पुलिस ने वृद्ध के शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया था और मामले की जांच कर रही है।  लेकिन बता दें कि जोड़ासांकू में वृद्ध व्यवसायी खुर्शीद आलम हत्या कांड का खुलासा तो लगभग हो चुका है लेकिन भवानीपुर में वृद्धा सुनंदा गांगोपाध्याय व उक्त वृद्ध की रहस्यमय मौत से परदा उठना अबी बाकी ही है।

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