झांसी। सामाजिक अधिकारिता शिविर में उपकरण वितरण कार्यक्रम में सम्मलित होने यहां आयी जल संसाधन,नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने मथुरा के जवाहर बाग कांड पर प्रदेश सरकार को सीधे कटघरे में खड़ा किया। मथुरा के जवाहर कांड पर आज प्रदेश सरकार के खिलाफ ऐसा ब्यान दिया जिससे अखिलेश सरकार की मिली भगत की धज्जियां उड़ गई। उमा ने साफ लफ्जों में कहा कि मथुरा कांड सुनियोजित तथा तथा उस कांड को बढ़ावा देने के लिए कई नामचीन चेहरे इसके जिम्मेदार हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए बलि चढ़े दो पुलिस अफसरों की मौत पर अखिलेश सरकार से जनता को जवाब देने की मांग की है।  आयुर्वेदिक कॉलेज में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची केंद्रीय मंत्री व सांसद उमा भारती से मीडिया ने मथुरा कांड पर सवाल पूछे तो इस पर उमा भारती ने कहा कि दो साल से लगातार जवाहर बाग के मामले में लगातार दो साल से लिखा पढ़ी की जा रही थी। उन्होंने कहा कि वहां के पत्रकारों, मोहल्लेवालों ने उनके द्वारा आतंक की शिकायत की थी तथा शिकायत करने पर उन्हें बेरहमी से रामवृक्ष के गुर्गों द्वारा उनकी पिटाई की जाती थी। इस संबंध में वहां की सांसद ने प्रदेश सरकार से कई बार लिखित शिकायत की थी पर परिस्थितियां जस की जस थीं।

रामवृक्ष पर सत्ता का हाथ होने की बात उजागर हुई थी पर उमा भारती ने एक ऐसा राज खोल दिया जिससे प्रदेश के सुरक्षा पर सवाल उठने लगा। उन्होंने कहिा कि रामवृक्ष एक ऐसा आपराधिक प्रवृत्ति का शख्स था जिसे न ही डीएम न ही एसएसपी का खौफ था। वह अपनी हनक में रह कर मुद्दा उठाने पर एसएसपी व डीएम तक को सरेआम पीट चुका था। उसकी इस तकरार की यदि शिकायत की जाती थी तो डीएम का जिले से तबादला कर दिया जाता था। यही कारण रहा कि मुकुल त्रिवेदी व संतोष यादव बलि चढ़ गए।  उमा भारती ने कहा कि बाबा जयगुरुदेव की संपत्ति पर रामवृक्ष कुंडली मार कर बैठ गया था।

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