ईडी को घर से मिले थे 17.32 करोड़ रुपए नगद
एजेंसी के रडार पर आरोपी के परिजन व कई प्रभावशाली लोग
पूछताछ में हो सकता है सनसनीखेज खुलासा

जगदीश यादव
कोलकाता। मोबाइल गेमिंग ऐप के माध्यम से तमाम लोगों को बेहिसाब रुपये का चूना लगाने के मुख्य आरोपी आमिर खान आखिर और ज्यादा भाग नहीं सका और उसे पुलिस ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से उसके एक रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार कर लिया। वह लगातार शहर दर शहर अपना ठिकाना बदल रहा था। लेकिन वह पुलिस से बच नहीं सका। मटियाबुर्ज-गार्डेनरीच के शाही अस्तबल इलाके के एक आवास से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 10 सितंबर को 17.32 करोड़ रुपये नकद बरामद किए थे। उक्त आवास ट्रांसपोर्टेर निसार खान का है जहां से ईडी रुपये का पहाड़ बरामद किया था। कोलकाता पुलिस व अधिकारिक सूत्रों ने आज उक्त जानकारी दी। इन्होंने बताया कि जब ईडी निसार खान के आवास में अपरेशन को अंजाम दि रही थी तब निसार के बेटा व मुख्य आरोपी आमिर खान उस समय फरार हो गया था। हालांकि, पुलिस ने टावर लोकेशन को ट्रैक करके उसे ट्रेस करना शुरू कर दिया, लेकिन इस प्रक्रिया में मुश्किलों का सामना करना पड़ा क्योंकि आरोपी लगातार एक शहर से दूसरे शहर में अपना ठिकाना बदलता रहा आखिर कर आमिर और भाग नहीं सका और उसे गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया है। कोलकाता पुलिस की गिरफ्तारी टीम ने ट्रांजिट रिमांड के जरिए उसे वापस कोलकाता लेकर आई व उसे कोर्ट में पेश किया। हालांकि, कोलकाता पुलिस ने अभी तक उसकी गिरफ्तारी का सही समय नहीं बताया है। कोलकाता पुलिस ने कहा कि जिस आवास से ईडी ने भारी नकदी बरामद की, वह वास्तव में आमिर खान के पिता नसीर खान के पास था, जो पेशे से एक परिवहन व्यापारी है। ईडी को 17.32 कोरड़ की भारी नकदी के अलावा, कमरे से कुछ दस्तावेज और एक डायरी भी बरामद की थी।ईडी ने 10 सितंबर को कोलकाता में छह परिसरों में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत छापेमारी की थी। फेडरल बैंक के अधिकारियों द्वारा आमिर खान और अन्य के खिलाफ दायर एक शिकायत के आधार पर कोलकाता के पार्क स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। आमिर खान ने ई-नगेट्स नाम से एक मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन लॉन्च किया था, जिसे जनता को ठगने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया था। आमिर अपने मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन के द्वारा लोगों को प्रारंभिक अवधि के दौरान, उपयोगकर्ताओं को कमीशन के साथ पुरस्कृत करता था और वॉलेट में शेष राशि को आसान तरीके से वापस लिया जा सकता था, जिससे उपयोगकर्ताओं को प्रारंभिक विश्वास हासिल हो गया। ऐसे में उपयोगकर्ताओं ने अधिक प्रतिशत कमीशन और अधिक संख्या में खरीद के लिए बड़ी मात्रा में निवेश करना शुरू किया। उपयोगकर्ताओं से अच्छी खासी रकम इकट्ठा करने के बाद किसी न किसी बहाने उक्त एप से अचानक निकासी पर रोक लगा दी गई। इसके बाद, उक्त ऐप सर्वर से प्रोफ़ाइल जानकारी सहित सभी डेटा को मिटा दिया गया था।आमिर खान की विदेश भागने की कोई योजना थी या नहीं, उन सभी पहलुओं की भी जांच की जाएगी। वैसे जांच कर रहें अधिकारियों इस बात की जांच कर रहें हैं कि आमिर के साथ उसके इस काले कारनामें में और किन लोगों का हाथ है। वग किन लोगों के साथ उठता बैठता था। उसके पिता निसार खान व परिजन व मटियाबुर्ज-गार्डेनरीच के कथित प्रभावशाली लोग उसकी किस तरह से मदद कर रहें हैं। माना जा रहा है कि उक्त मामले में कुछ कथित प्रभावशाली लोगों पर गाज गिरे तो हैरत नहीं होगी।

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