‘मौत के गेम’ से अब तक हो चुकी है 250 छात्रों की मौत
बाथरूम में मिली लाश

कोलकाता। ब्लू व्हेल’ गेम मौत का दूसरा नाम बन चुका है. यह गेम तेजी से बच्चों को अपनी चपेट में ले रहा है. स्थानीय लोगों व मृत बच्चे के परिजनों ने रविवार को बताया कि शनिवार को एक और छात्र इस जानलेवा गेम का शिकार हो गया. पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले में 10वीं क्लास के छात्र अकंन ने बाथरुम में जाकर आत्महत्या कर ली. जबकि इस बात से ही रोंगटें खड़े हो जाएगें कि शुक्रवार को देहरादून में भी स्कूल प्रशासन ने पांच बच्चों को गेम में मिले जानलेवा टास्क से बचाया था. मिली जानकारी के अनुसार, दोनों ही मामलों में बच्चों ने ‘ब्लू व्हेल’ गेम खेला था, जिसमें उन्हें अपने आप को नुकसान पहुंचाने का चैलेंज दिया गया था. अंकन दे के पिता गोपीनाथ ने बताया कि शनिवार को वह स्कूल से घर आया और कंप्यूटर पर गेम खेलने लगा. जब उसकी मां ने उसे खाना खाने के लिए बुलाया तो उसने कहा कि वह नहाने के बाद खाना खाएगा. उसके बाद वह बाथरूम चला गया. जब काफी देर तक वह बाथरूम से बाहर नहीं आया तो माता-पिता ने दरवाजा तोड़ दिया. बाथरूम के अंदर का मंजर देख उनके होश उड़ गए. सामने बेटे की लाश पड़ी थी.0322
अंकन दे को फौरन अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज से पहले ही अंकन दम तोड़ चुका था. अनकन के दोस्तों ने पुलिस को बताया कि उसने ‘ब्लू व्हेल’ चैलेंज गेम खेला था. फिलहाल पुलिस केस की छानबीन कर रही है. गौरतलब है कि ‘ब्लू व्हेल’ गेम अब तक करीब 250 छात्रों की जानें ले चुका है. कई देशों में इस गेम पर प्रतिबंध भी लगाया जा चुका है. इससे पहले एक अगस्त को मुंबई के रहने वाले 14 साल के मनप्रीत सिंह ने भी 7वीं मंजिल से छलांग लगाकर जान दे दी थी. मनप्रीत ने भी ‘ब्लू व्हेल’ चैलेंज के आखिरी डेयर को पूरा करने के लिए अपने अपार्टमेंट की 7वीं मंजिल से छलांग लगाई थी.मनप्रीत ने अपने दोस्तों से कहा था कि वो सोमवार को स्कूल नहीं आएगा क्योंकि वो ये गेम खेलेगा. मनप्रीत के माता-पिता का कहना था कि मनप्रीत के अंदर डिप्रेशन के कोई लक्षण नहीं थे.

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