प्रखंड कार्यालय में आगजनी व पुलिस थाने में तोड़फोड़

दार्जिलिंग। मात्र कुछ घंटों के बाद पहाड़ बंद की उम्र एक माह हो जाएगी। पश्चिम बंगाल के उत्तरी पर्वतीय इलाके में जारी अस्थिरता के बीच कथित तौर पर पुलिस की गोली से एक गोरखालैंड समर्थक की मौत के बाद भड़की हिंसा और आगजनी की घटनाएं रविवार को भी जारी रहीं। पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने रविवार की सुबह कर्सियांग में प्रखंड कार्यालय को आग लगा दी, जिसमें इमारत का एक हिस्सा जल गया।पश्चिम बंगाल से अलग गोरखालैंड राज्य बनाने की मांग कर रहे लोगों ने रविवार को पोखरिबिंग पंचायत कार्यालय को भी आग लगा दी और दार्जिलिंग के पोखरी में स्थित पुलिस की एक सीमा चौकी में तोड़-फोड़ की।गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के समर्थकों ने शनिवार को भी उत्पात मचाया था और एक पुलिस चौकी तथा कई सरकारी कार्यालयों में तोड़फोड़ और आगजनी की थी। जीजेएम कार्यकर्ताओं का गुस्सा कथित तौर पर पुलिस की गोली से उनके एक समर्थक की मौत के बाद फूटा। पुलिस ने हालांकि इससे इनकार किया है, वहीं जीजेएम के अलावा गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएएफ) ने मृतक ताशी भूटिया को अपनी-अपनी पार्टी का समर्थक बताया है। दार्जिलिंग के सोनादा पुलिस थाने में व्यक्ति की मौत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।पृथक राज्य की मांग को लेकर पश्चिम बंगाल का यह खूबसूरत इलाका बीते एक महीने से सुलग रहा है। पृथक राज्य के लिए छेड़े गए आंदोलन का नेतृत्व कर रही जीजेएम ने अनिश्चितकालीन हड़ताल बुला रखी है। इस बीच गोरखा कार्यकर्ताओं के आज प्रस्तावित दार्जिलिंग से सिलीगुड़ी तक करीब 80 किमी मानव श्रृंखला बनाये जाने के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही । गोलीबारी के शिकार युवकों के शवों को लेकर चौकबाजार से रैली निकाली जाएगी और उसके बाद लेबोंग से सिलीगुड़ी तक मानव श्रृंखला बना कर विरोध प्रदर्शन किया गया।

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