नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और केन्द्र शासित चंडीगढ़ की उत्तर क्षेत्रीय परिषद् की 28वीं बैठक की अध्यक्षता करेंगे।बैठक 12 मई 2017 को चंडीगढ़ में आयोजित की जाएगी। उत्तरी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले राज्यों के मुख्यमंत्री, कुछ अन्य मंत्री, मुख्य सचिव और केन्द्र एवं राज्य सरकारों के कई वरिष्ठ अधिकारी इस बैठक में शामिल होंगे।

उत्तर क्षेत्रीय परिषद् की 27वीं बैठक 25 अप्रैल 2015 को नई दिल्ली में आयोजित की गई थी। इस बैठक में, 25 विषय उठाए गए थे, जिसमें से 14 विषयों का बैठक के दौरान ही निपटान कर दिया गया था। उत्तर क्षेत्रीयपरिषद् की स्थायी समिति की 17वीं बैठक 26 मई 2016 को एजेंडों के परीक्षण के लिए श्रीनगर में आयोजित की गई थी। इस बैठक में, 35 एजेंडा उठाए गए थे, जिसमें से 28 एजेंडों का स्थायी समिति के स्तर पर ही निपटान कर दियागया था। उत्तर क्षेत्रीय परिषद् की 28वीं बैठक में 18 विषयों (उप-विषयों सहित) पर चर्चा करने के साथ-साथ निर्णय लिया जाएगा।

राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 के अंतर्गत पांच क्षेत्रीय परिषद् अर्थात् मध्य, पश्चिमी, उत्तरी, दक्षिणी और पूर्वी क्षेत्रों की स्थापना की गई है। ये क्षेत्रीय परिषद् सलाहकार निकाय हैं और परिषद् में प्रतिनिधित्व करने वालेकुछ अथवा सभी राज्य अथवा संघ शासित प्रदेश, अथवा समान हित रखने वाले एक अथवा सभी राज्य एवं संघ शासित प्रदेशों के किसी भी विषय पर चर्चा कर सकते हैं, और इन विषयों के संबंध में कार्रवाई करने आदि को लेकरकेन्द्र सरकार अथवा संबंधित राज्य सरकारों को सुझाव दे सकते हैं। विशेषरूप से ये क्षेत्रीय परिषद्, आर्थिक एवं सामाजिक योजना के क्षेत्र में साझा हितों के किसी भी विषय, सीमा विवाद से संबंधित कोई विषय, भाषाई विषय अथवाअंतर-राज्यीय परिवहन और कोई राज्य पुनर्गठन से जुड़े किसी भी विषय पर चर्चा करने के साथ-साथ अपनी अनुशंसा दे सकता है।इस क्षेत्रीय परिषद का उद्देश्य अपने परामर्शदाता तंत्र के माध्यम से क्षेत्रीय हित एवं राष्ट्रीय कार्यक्रमों से जुड़े विकास के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करना और उनका समाधान निकालना है।

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