जगदीश यादव
हावड़ा। हावड़ा स्टेशन से सटे चांदमारी गंगा घाट पर निजीकरण के खिलाफ अभिनव तरीके से विरोध व्यक्त किया गया। आज नेशनल स्किल्स क्वालीफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) शिक्षक परिवार के सदस्यों ने महालया के अवसर पर सरकारी स्कूलों के निजीकरण का तर्पण किया। एनएसक्यूएफ के करीब 30 शिक्षकों ने शिक्षक पुरोहित के माध्यम से निजीकरण के खात्मे के लिए मंत्रों का पाठ किया और निजीकरण के प्रतिक को महालया पर गंगा प्रवाहित कर निजीकरण का तर्पण किया। संस्था के प्रदेश सचिव शुभदीप भौमिक ने कहा,इस राज्य में किसी भी सरकारी स्कूल का निजीकरण नहीं किया जा सकता है। सरकारी एजेंसियों और परियोजनाओं के निजीकरण के विरोध में मुख्यमंत्री के स्वर उभरते हैं और उन्हें हर पल राज्य की जनता का साथ मिलता है। लेकिन उन्हें भी न्याय मिलना चाहिए। आज का तर्पण निजी निजीकरण की आत्मा की शांति के लिए है। प्रदेश सचिव शुभदीप भौमिक ने बात करते हुए कहा कि, आज पितृपक्ष पर निजीकरण के राक्षस का मातृरुपी सीएम खात्मा करेगी व एनएसक्यूएफ के शिक्षक परिवार के असहाय सदस्यों साथ खड़ी रहेंगी। सरकारी स्कूलों में निजीकरण न केवल शिक्षकों के लिए खतरनाक है, बल्कि छात्रों और स्कूलों के लिए भी खतरनाक है। हमें तत्काल स्कूलों में व्यावहारिक शिक्षा पर ध्यान देने की जरूरत है ताकि स्कूल छोड़ने वालों की संख्या को कम किया जा सके और छात्र स्कूल जा सकें।

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