कार्रवाई से एयरलाइन कंपनियां नाखुश

कोलकाता। पश्चिम  बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विमान मामले में व्यवस्था की गाज छह पायलटों पर गिरी है। सिविल एविऐशन के डायरेक्टर जनरल ने  छह पायलेट्स को निलम्बित कर दिया। इनमें इंडिगो, स्पाइसजेट और एयर इंडिया के दो-दो पायलेट शामिल हैं। ये छह उन तीन प्लेन के पायलेट थे जिनपर लैंडिंग के दौरान कम तेल होने के बावजूद प्लेन को उड़ाते रहने का आरोप लगा।30 दिसंबर को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इंडिगो प्लेन में बैठकर पटना से कोलकाता आ रही थीं। वहीं एयर इंडिया और स्पाईस जेट के प्लेन उनके आगे थे। बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देते हुए आरोप लगाया था कि ममता बनर्जी को मारने की प्लानिंग के तहत ऐसा किया गया था। इस वजह से सिविल एविऐशन का यह निर्णय कड़ी चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है। खबरों की माने ते स्पाईजेट ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है। वहीं इंडिगो और एयरइंडिया ने कहा है कि उनके पायलेट जांच में सहयोग देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

दावा किया गया है कि तीनों प्लेन में इतना ईंधन था कि वह पास के किसी दूसरे एयरपोर्ट पर उतर सकें, जैसे भुवनेश्वर एयरपोर्ट। इंडिगो की तरफ से यह भी कहा गया कि पायलेट्स के बीच में तालमेल की कमी और कोलकाता में एयर ट्रेफिक कंट्रोल की वजह से प्लेन को उतारने में देरी हुई थी। गौरतलब है कि निजी एयरलाइन कंपनी का विमान आधे घंटे से अधिक समय तक शहर के आसमान में चक्कर लगाता रहा था। इसे लेकर तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह पार्टी अध्यक्ष ममता बनर्जी को मारने का एक षड्यंत्र था। पार्टी की ओर से दावा किया गया कि प्लेन में ईंधन की कमी थी। वहीं, हवाईअड्डा अधिकारियों ने कहा था कि विमान ने निर्धारित समय से एक घंटे देरी से उड़ान भरी और तकनीकी कारणों से आसमान में आधे घंटे से अधिक समय तक चक्कर लगाने के बाद उतर गया। अधिकारियों ने कहा था कि किसी भी हवाईअड्डे पर ऐसी घटना कोई नई बात नहीं है।

 

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