कोलकाता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जहां खुद राज्य के बाढ़ पीड़ितों के लिये कमर कस कर हर सम्भावित प्रयास को दें रहीं हैं वहीं राज्य में बाढ़ से बेहाल होने के बाद 800 भारतीय इस वक्त बांग्लादेश में शरण लेकर रह रहे हैं। बांग्लादेश के बॉर्डर पर स्थित लालमोनिरहाट के अदितमारी उपजिला और मोगलघाट में इस वक्त कई भारतीयों ने शरण ले रखी है। बता दें कि बंगाल में बहने वाली धारला नदी में आई बाढ़ के बाद से उस क्षेत्र में स्थिति मुश्किल बनी हुई है। मोगलघाट यूनियन के चेयरमैन हबीबुर रहमान ने भी इस बात की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि धारला नदी में बाढ़ के कारण दुर्गापुर और मोगलघाट में 800 भारतीयों ने शरण ली है। बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि मानवीयता के आधार पर लोगों को यहां रहने की अनुमति दी गई है। बीजेबी के अनुसार, बांग्लादेश बॉर्डर के पास स्थित 2 गांव बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हैं। मानवीयता को ध्यान में रखते हुए हमने हिंदुस्तानी नागरिकों को पनाह दी है। 75 साल के बशीरुद्दीन का कहना है कि अगर उन्हें बीजेबी की तरफ से मदद नहीं मिली होती तो शायद बाढ़ के पानी के साथ बह गए होते। ज्यादातर लोग इस वक्त गलियों में शरणार्थी की तरह जी रहे हैं। शरण लिए हिंदुस्तानियों का कहना है कि स्थिति ठीक होते ही अपने घर लौट जाएंगे।

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