कोलकाता। वर्ष में 365 दिन होते हैं लेकिन अब रमजान के दिनों में बंगाल भाजपा के गोरक्षा दल को गो गो रक्षा की याद आई है। ऐसे  में प्रदेश के जिलों में बीजेपी गोरक्षा दल के सदस्य खासे व्यस्त हैं। गायों की रक्षा के फायदे गिनाने के अलावा, वे लोगों को इस बात को लेकर जागरूक करने में जुटे हैं कि गोहत्या क्यों नहीं की जानी चाहिए। कई जिलों में ऐसी शिकायतें भी दर्ज कराई गई हैं, जिनके मुताबिक ‘गोकशी के लिए अनफिट’ गायों को भी बूचड़खाने ले जाया गया। ज्ञात रहे कि गोरक्षा दल का फोकस खासतौर से केरल और पश्चिम बंगाल पर है, जहां गोमांस प्रतिबंधित नहीं है। बीजेपी गोरक्षा कमिटी के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत गुप्ता ने कहा, ‘इस महीने हम काफी व्यस्त हैं, बीते चार हफ्तों में करीब 785 एफआईआर दर्ज हुईं और हमने सीमा से लगे गांवों में गायों की तस्करी और गोकशी पर नजर रखने के लिए 560 वॉलंटिअर्स को तैनात किया है। ‘  वॉलंटिअर्स गांव के हर घर में जाकर पता लगाते हैं कि उनके पास कितनी गायें हैं। कोई गाय गायब होने पर वे उसका कारण पता लगाते हैं। इसके बाद वे पते के साथ गायों की संख्या और संदिग्ध तस्करों का ब्यौरा देते हैं। गुप्ता ने कहा, ‘हालांकि, कुछ इलाकों में पुलिस साथ नहीं देती, वह गाय तस्करों का नाम तो लेती है लेकिन उन्हें फरार बताती है। खैर जो भी हो लेकिन यह भी सच है कि बिते दिनों राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुद गायों की तस्करी को रोकने की मुहिम ध्यान दिया था।

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