कोलकाता। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार पर कथित भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर भाजपा के बाद आज महानगर कोलकाता में माकपा के छात्र और युवा संगठनों ने अपनी ताकत दिखाई और ममता बनर्जी की सरकार पर जमकर हमला बोला। हलांकि, एक माह पूर्व कार्यक्रम की घोषणा के बाद भी उक्त कार्यक्रम की अनुमति नहीं मिली थी। ऐसे में आज धर्मतला में दो वामपंथी संगठनों ने एसएफआई और डीवाईएफआई की इंसाफ सभा का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में काफी संख्या में दोनों संगठनों के कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।कोलकाता में इन दो वामपंथी संगठनों ने सुदीप्त गुप्ता, मैदुल इस्लाम मिद्या, अनीस खान की मौत के लिए न्याय की मांग को लेकर सभा का आयोजन किया है। पुलिस व प्रशासनिक बाधाओं की अनदेखी करते हुए वामपंथी छात्र-युवा नेता आज सड़क पर उतरे। वाई चैनल पर पुलिस की अनुमति के बिना ही सभा आयोजित की गई। वहां जमा होने के बाद विक्टोरिया हाउस चलो का नारा दिया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विक्टोरिया हाउस के सामने से हुई। इंसाफ सभा में माकपा के छात्र और युवा नेताओं ने ममता बनर्जी सरकार पर जमकर हमला बोला. माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने टीएमसी पर हमला बोलते हुए कहा कि टीएमसी का मतलब है ‘टका मारा कंपनी’ (यानी पैसा खाने वाली कंपनी) . उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी पहले ही आरएसएस है. ममता बनर्जी को बंगाल में आरएसएस की ओर से कॉन्ट्रैक्ट मिला है.बताया गया है कि आज सुबह से ही वामपंथी समर्थक अलग-अलग हिस्सों में जमा हुए। इंसाफ सभा के लिए साढ़े बारह बजे से रैली शुरू हुई। एक बजे तक यह रैली धर्मतला मैदान पहुंची। एक जुलूस सियालदह से, दूसरी हावड़ा स्टेशन से और तीसरी पार्कस्ट्रीट से निकली। तीन में से दो बड़ी रैली सियालदह स्टेशन और हावड़ा स्टेशन से निकली हैं। पार्क स्ट्रीट से शुरू हुई रैली में कोलकाता के वामपंथी छात्रों और युवा कार्यकर्ताओं ने मुख्य रूप से भाग लिया। शेष दो रैलियों में उत्तर बंगाल, जंगलमहल, दो 24 परगना, नदिया, मुर्शिदाबाद और बर्दवान जिलों के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। साथ ही कई बड़े-छोटे जुलूस कोलकाता के विभिन्न हिस्सों से धर्मतला पहुंचे। सोमवार रात तक विभिन्न जिलों से कई कार्यकर्ता व समर्थक वामपंथी छात्र-युवाओं के राज्य कार्यालय दिनेश मजूमदार भवन पहुंच गए थे। योजना के अनुसार इन तीन जुलूसों में भी भाग लिया। जुलूस एक बजे धर्मतला तक पहुंचा। माकपा के राज्य सचिव माकपा और डीवाईएफआई के पूर्व सहसचिव मोहम्मद सलीम मुख्य वक्ता थे। दिवंगत छात्र नेता अनीस खान के पिता सलेम खान ने भी वक्तव्य रखा। डीवाईएफआई की राज्य सचिव मीनाक्षी मुखर्जी ने कहा कि लोग अपने दुःख व्यक्त करने के लिए इकट्ठा होंगे। हमें उसके लिए पुलिस की अनुमति की आवश्यकता क्यों है? हमारे पास घोषित कार्यक्रम होंगे ही। इसके अलावा इस सभा में डीवाईएफआई कोलकाता जिला सचिव पल्लवी मजूमदार, एसएफआई कोलकाता जिलाध्यक्ष देबंजन दे और अन्य नेता इस जुलूस का नेतृत्व कर रहे थे।

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