ट्रेन चालक की तत्परता से वृद्ध की जान बची

हुगली। आज के दौर में किस तरह से रिश्ते बेईमान हो रहे हैं इसकी झलक एक बार फिर मिली। बेटे के उत्पीड़न व यातना से परेशान एक वृद्ध पिता ने ट्रेन के सामने कूद कर खुदकशी की कोशिश की। हालांकि ट्रेन चालक की तत्परता से वृद्ध की जान बच गई। यह घटना हावड़ा-बर्द्धमान मेन लाइन में शेवड़ाफुली स्टेशन की है।वृद्ध का नाम अनिल कुंडू बताया गया है। वे हुगली जिले के तारकेश्वर थाना क्षेत्र के वैद्यपुर गांव के रहने वाले हैं। अनिल कुंडू बुधवार की देर रात तक शेवड़ाफुली स्टेशन के छह नंबर प्लेटफार्म पर काफी देर तक बैठे हुए थे। देर रात हो जाने पर पूरा स्टेशन जब खाली हो गया तो वे रेल लाइन के बीच से चलने लगे। उस समय उक्त लाइन से बंडेल लोकल ट्रेन आ रही थी। ट्रेन चालक द्वारा बार-बार हॉर्न बजाने के बावजूद वे लाइन के बीच से नहीं हटे। इसके बाद वे आत्महत्या के लिए ट्रेन के सामने आ गए।ट्रेन में सवार कुछ यात्रियों की नजर उन पर पड़ी तो वे लोग शोर मचाने लगे। ड्राइवर ने यात्रियों की आवाज सुनकर ट्रेन को रोक दिया। इसके बाद रेलवे पुलिस वहां पहुंच गई और उन्हें पकड़ कर ले गई। अनिल के बेटे अमित कुंडू पुलिस विभाग में कार्यरत हैं। आरोप है कि बेटा अमित उन्हें मारा-पीटा करता है। अत्याचार इतना बढ़ गया था कि उन्होंने खुदकशी के लिए ही घर से निकले थे। बाद में रेलवे पुलिस की ओर से अनिल कुंडू के बेटे से संपर्क साधने की कोशिश की गई लेकिन घर पर ताला लटक रहा था। पुलिस उनके बेटे के बारे में जानकारी जुटा रही है कि वह कहां कार्यरत हैं।  शेवड़ाफूली जीआरपी के ओसी गोपाल गांगुली ने बताया कि अनिल के परिजनों को संपर्क किया गया एवं गुरुवार की सुबह औपचारिकताएं पूरी करने के बाद अनिल बाबू को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
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