प्रथम प्रशासनिक बैठक में मंत्री व नौकरशाहों को दिये जरुरी निर्देश
कोलकाता। सत्ता में एक बार फिर लौटने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने वहीं पुराने तेवर में केन्द्र सरकार को जम के लताड़ा। ममता बनर्जी ने तृणमूल सरकार के दूसरी पारी के प्रथम प्रशासनिक बैठक में बोल रहीं थी। उन्होंने टाउन हॉल में बैठक के दौरान अपने चिर परिचित अंदाज में ही केन्द्र सरकार को घेरा। मुख्यमंत्री ने बढ़ती महंगाई के साथ ही सेवा कर में वृद्धि के दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहराया । उन्होंने शिकायती लहजे में कहा कि मै 17 हजार रुपये प्रीमियम के लिए देती थी जो कि अब 30 हजार का भुगतान करना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य के बजट में वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिये 49507 करोड़ रुपए आवंटित की गई थी। लेकिन 53.010 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। । जो कि आवंटन की तुलना में 35 प्रतिशत खर्च अधिक किये गये हैं। यानी 4 हजार करोड़ रुपये अधिक खर्च करन पड़ा है। ममता बनर्जी ने कहा कि वास्तव में, 2010-11 वित्त वर्ष के लिये सरकार का खर्च 14 हजार करोड़ रुपये था और अब यह 53.010 करोड़ तक पहुँच गया है।
एक बार फिर से नई सरकार के गठन के बाद से राज्य की मुख्यमंत्री प्रदेश के बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष जोर देना चाहती हैं। पहले प्रशासनिक बैठक में उन्होंने यह संदेश साफ तौर पर सभी मंत्रियों और नौकरशाहों तक पहुँचाया ताकि सभी मिल कर सरकार के मिशन पर काम कर सके। उन्होंने कहा कि हमारा मिशन है कि बंगाल दुनिया में श्रेष्ठ हो। उन्होंने सभी राज्यों फ्लाइओवर, पुलों के जांच लिये शहरी विकास मामलों के मंत्री को निर्देश दिया कि विकास के काम में रोड़ा नहीं आये । ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि राज्य के नव परिवहनमंत्री शुभेंदु अधिकारी के तौर एक अच्छा मंत्री राज्य को मिला है। उन्होंने परिवहन मंत्री से कहा कि टोटो की समस्याओं को हल करने के लिए पहल करें। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि लेकिन यह भी ध्यान रहे कि टोटो से जूड़े 1 लाख 10 हजार परिवारों के प्रति सहानुभूति भी रखी जाये ताकि उनके साथ ज्यादती नहीं हो। हलांकि इस विषय पर अदालत में मामला भी चल रहा है। यहीं कारण है कि सीएम ने परिवहन सचिव आलापन बांदोपाध्य सह अन्य अधिकारियों को उक्त विषय पर तालमेल कर सटीक कदम उठाने के लिए भी कहा।