पुण्य स्नान आज से शुरु

संगीनों के साये में सागरद्वीप

मंत्रियों का दावा हर व्यवस्था बेहतर

चार तीर्थ यात्रियों का गोलोकवास

सागरद्वीप से जगदीश यादव

सागरद्वीप।

बेटी को पाकर माता-पिता के खुशी का ठिकाना न रहा।

जैसे – जैसे समय का चक्का घुमता रहा गंगा व सागर के संगम स्थली गंगा सागर में जनआस्था का सैलाब सागर तट पर उमड़ता रहा। रात हो या दिन संगम में स्नान के लिये पुण्यार्रथी उतावले देखें। पंचायत मामलों के मंत्री सुब्रत मुखर्जी की माने तो  खबर के लिखे जाने तक लगभग 18 ले 20 लाख लोगों ने संगम में मोक्ष की कामना के तहत पावन भूमि गंगासागर पुंच चुके है।  उक्त पुण्यार्थियों में इस राज्य से कम देश के विभिन्न भागों से आये तीर्थयात्री ज्यादा हैं। आज भी लाखों तीर्थयात्रियों नेभगवान सूर्य की पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना कर सागरद्वीप में ही दान-पुण्य किया।इधर अपुष्ट खबरों में चार तीर्थयात्रियों की मौत की भी खबर है जबकि काफी संख्या में लोग मौसम कजनित कारणों से अस्वस्थ्य भी हुए हैं। मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने  बताया की अभी तक सागर मेले में किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। सुब्रत मुखर्जी ने  कहा कि संगम में मुख्य पुन्य स्नान 14 जनवरी से शुरु होेगा और आशा है कि संगम में डुबकी लगाने वालों की संख्या बढ़कर कम से कम 20 लाख होगी। पंचायत मंत्री ने कहा कि आस्था ठण्ड पर भारी पड़ी है। उन्होंने बताया कि अब तक 400 लोग अपने परिजनों बिछड़ कर  लापता हुए है। उन्होंने कहा कि अभी तक अरुप बिश्वास,गियासुद्दीन मोल्ला, मनिष गुप्ता सहित आधे दर्जन मंत्री यहां तैनात हों चुके हैं। हमलोगों ने देर रात यहां घुमकर लोगों से बात कि तो वह लोग व्यवस्था से काफी प्रभावित रहें और चाक चौबंद व्यव्शाथा के लिये मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तारीफ की। मंत्री ने बताया कि 800 सफाई कर्मी से लेकर व्यापक स्तर पर पुलिस कर्मी तैनात हैं और अपनी सेवा प्रदान कर रहें है।मंत्री अरुप बिश्वास से लेकर मनिष गुप्ता तक ने सुब्रत मुखर्जी की बात कासमर्थन करते हुए व्यवस्था को हर स्तर पर बेहतर होने का दावा किया।लेकिन स्थानीय  सूत्रों की माने तो व्यापक संख्या में लोग चोरी, पाकेटमारी सह अन्य अपराधिक मामलों में गिरफ्तार किया गये हैं।  लेकिन एसपी द्वारा उक्त बात की पुष्टी नहीं कीगयीहै। लापता लोगों के लिये सेवारत बजरंग परिषद के पदाधिकारियों प्रेमनाथ दुबे व हिरनारायण दुबे के अनुसार मेले में अबतक लगभग 700 लोग लापता हो गये थें जिन्हें   उनके परिजनों से मिलवा दिया गया है। जिले के डीएम वाई. रत्नाकर राव  ने एक बार फिर स्वचछता व पुख्ता व्यवस्था की बात कहते नहीं थके।उन्होंने एक बार फिर साफ सफाइ को दुरुस्त करार देते हुए व्यवस्था को पुख्ता बताया। आज सुबह से ही तेजी के साथ सागरद्वीप में पुण्यार्थियों का रेला समय के साथ ही बढ़ता देखा गया व यहां रात गहराने के साथ ही सागर तट पर भीड़ बढ़ती चली गई। प्रशासन के मुताबिक 18 लाख से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने सागर में आ चुके हैं।वहीं  कुछ एनजीओ व स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बार काफी कम लोग सागर में आये हैं।इधर सागरद्वीप में संगम में स्नान के बाद तीर्थयात्री कपिल मुनि के मंदिर की ओर कतारों में बढ़ते रहें व कपिल मुनि का दर्शन कर अपने को धन्य समझा। आंखों देखा हाल तो यह रहा कि यहां मंदिर परिसर में बैरिकेड में खड़े कई ऐसे पण्यार्थी थें जो संगम स्नान व कपिल दर्शन के बाद अपनी खुशी व भवनाओं को रोक नहीं सके थें जो उनकी आंखों के रास्ते आंसूओं के रुप में बाहर आ गया था। वैसे उन लोगों की संख्या भी काफी है ।ज्योतिष के जानकारों व विद्वानों ने बताया कि अनुसार इस साल सूर्य का मकर राशि में प्रवेश दोपर दोपहर 1 बजकर 45 मिनट पर होगा। देवी पुराण के अनुसार संक्रांति से 15 घटी पहले और बाद तक का समय पुण्यकाल होता है। संक्रांति 14 तारीख की दोपहर में होने की वजह से साल 2018 में मकर संक्रांति का त्योहर 14 जनवरी को मनाया जाएगा और इसका पुण्यकाल सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक होगा जो बहुत ही शुभ संयोग है क्योंकि इस साल पुण्यकाल का लाभ पूरे दिन लिया जा सकता है। लेकिन 15 जनवरी को उदया तिथि के कारण भी मकर संक्रांति कई जगह मनाई जाएगी। इस दिन मकर राशि में सूूर्योदय होने के कारण करीब ढ़ाई घंटे तक संक्रांति के पुण्यकाल का दान पुण्य करना भी शुभ रहेगा। इसलिए इस साल मेघ मेले में मकर संक्रांति का स्नान दोनों दिन यानी 14 और 15 जनवरी को होगा।  प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो।  इसे देखते हुए जगह-जगह पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं सीसीटीवी कैमरों व ड्रोन व हेलिकप्टर से भी भीड़ पर नजर रखी जा रही है।

 

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