एयरसेल-मैक्सिस डील पर रिश्वत का मामला
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के एक रिश्तेदार के घर पर भी छापा

कोलकाता। एएयरसेल मैक्सिस घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने चेन्नई में 4 और कोलकाता में 2 जगहों पर छापेमारी की है. इस कार्रवाई में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के एक रिश्तेदार के घर पर भी छापा मारा गया है. इनका नाम एस कैलाशम है जो कार्ति चिंदबरम के मामा बताए जा रहे हैं. इसके अलावा रामजी नटराजन और सुजाय संबामूर्थि के घर पर भी छापा मारा गया है. महानगर कोलकाता में मनोज मोहनका के घर सहित दो ठिकानों पर छापे मारे गए हैं. मिली जानकारी के मुताबिक एफआईपीबी क्लीयरेंस के मामले में रिश्वत के आरोप पर यह कार्रवाई की गई है. इस केस में पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम का नाम भी उछल रहा है और जांच एजेंसियां उन पर भी अपने नजरें बनाई हुई हैं। इससे पहले कार्ति की मुश्किलें और बढ़ गई जब ईडी ने कार्ति की कुछ संपत्ति, बैंक अकाउंट और एफडी जब्त की थी। एफडी की कीमत 90 लाख रुपए बताई जा रही थी। खबरों के मुताबिक, छानबीन में ईडी ने पाया कि फॉरेन इंवेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड की जो अनुमति दी गई वह पी चिदंबरम के अधिकारों से परे थी। छानबीन में ईडी ने यह भी पाया कि तथ्यों को छिपाने के लिए भी फॉरेन इंवेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड के अप्रूवल का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया था। सीबीआई द्वारा विशेष अदालत में दाखिल चार्जशीट के अनुसार, मैक्सिस की सहायक कंपनी ग्लोबल कम्यूनिकेशन सर्विसेज होल्डिंग्स लिमिटेड ने एयरसेल में 800 मिलियन डॉलर के निवेश के लिए मंजूरी मांगी थी। आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी इस मामले में अनुमति के लिए सक्षम थी। हालांकि तत्कालीन वित्त मंत्री चिदंबरम द्वारा इस संबंध में अनुमोदन प्रदान किया गया था। इस संबंध में आगे की जांच जारी है। इस मामले में कार्ति के शामिल होने का आरोप है।बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कोर्ट में याचिका देकर आरोप लगाया है कि एयरसेल मैक्सिस डील में तत्कालीन वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने कैबिनेट कमेटी की अनुमति के बिना ही मंजूरी दी जबकि ये डील 3500 करोड़ की थी. नियमों के मुताबिक वित्तमंत्री 600 करोड़ रुपये तक की डील को ही मंजूरी दे सकते थे. एफआईपीबी ने फाइल को वित्तमंत्री के पास भेजा और उन्होंने इसे मंजूर कर दिया.

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