12 में से 11 सीटों पर भाजपा व एक पर तृणमूल की एक वोंट से जीत

कोलकाता/ मेदिनीपुर। भाजपा ने विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के विधानसभा क्षेत्र नंदीग्राम के कृषि उन्नयन सहकारी चुनाव में जीत हासिल की। लंबे समय तक तृणमूल के कब्जे वाली वेकुटिया सहकारी समिति पर अब भगवा खेमे का कब्जा हो गया है। उक्त चुनाव को लेकर आसपास के इलाके में आज सुबह से ही तनाव का माहौल था।  दोपहर में नतीजों की घोषणा के बाद भगवा खेमे में जश्न का माहौल हो गया। बीजेपी ने 12 में से 11 सीटों पर जीत हासिल की है। दूसरी ओर, तृणमूल किसी तरह केवल एक सीट जीतने में सफल रही। हैरत की बात तो यह है कि, तृणमूल को उक्त सीट सिर्फ एक वोट से जीत मिली है। सत्तारूढ़ खेमे का दावा है कि विपक्षी नेता ने बाहरी लोगों को लाकर और आतंक फैला कर जीत हासिल की है। जबकि बीजेपी का दावा है कि सत्ताधारी पार्टी के आतंक को नज़र अंदाज कर जीत हासिल मिली है। वेकुटिया सहकारी समिति के चुनाव को लेकर सुबह से ही पूरे क्षेत्र में तनातनी थी। तृणमूल और बीजेपी ने एक-दूसरे पर बाहरी लोगों को लाने का आरोप लगाया जा रहा था। ऐसे में स्थिति को संभालने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात थी। पुलिस किसी तरह लाठी के सहारे दोनों पार्टियों को कथित लोगों को संभालने में व्यस्त रही। भाजपा खेमे ने दावा किया कि भले ही उनके नेता शुभेंदु अधिकारी मतदान के दिन क्षेत्र में मौजूद नहीं थे, लेकिन तृणमूल नेताओं ने उनके नाम पर अपशब्द कहें व तमाम आरोप मढ़ा।  हालांकि तृणमूल खेमे ने इस तरह के आरोपों से इनकार किया है। नंदीग्राम ब्लाक तृणमूल के अध्यक्ष बप्पादित्य कर ने कहा, ‘हमने शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव के पक्षधर रहें हैं। लेकिन इलाके के लोग विरोध में तब शामिल हुए जब बीजेपी ने बाहर के लोगों के द्वारा वोटरों को प्रभावित किया। बीजेपी के पूर्वी मेदिनीपुर के जिला उपाध्यक्ष प्रलय पाल ने कहा, ” जहां भी लोगों को मतदान करने को मिलेगा वहां तृणमूल हारेगी और बीजेपी जीतेगी। ठीक ऐसा ही नंदीग्राम के वेकुटिया में हुआ। तृणमूल द्वारा बाहरी लोगों को लाने का आरोप पूरी तरह झूठा है.” उन्होंने आगे कहा, ”तृणमूल पुलिस और बाहरी लोगों के साथ सहकारी चुनाव जीतना चाहती थी। लेकिन वे हार गए क्योंकि आम लोगों ने भाजपा का साथ दिया है। बता दे कि नंदीग्राम का वेकुटिया इलाका सालों से बीजेपी का गढ़ रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में विपक्षी नेता इस क्षेत्र से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से करीब 6,000 मतों से आगे थे।

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