मोदी के राज में चाय वाला दुकान छोड़ लाइन में लगा है

लेखक स्वतंत्र पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता हैं. मफतलाल अग्रवाल पिछले 8 नवम्बर की रात्रि से जब से जनता को जानकारी हुई है कि 500-1000 के नोट निरस्त...

स्वतंत्रता दिवस: ये कैसी आजादी है…

मफतलाल अग्रवाल लेखक ‘विषबाण’ मीडिया ग्रुप के संपादक एवं स्वतंत्र पत्रकार तथा सामाजिक कार्यकर्ता हैं भारत देश अपनी आजादी का 70वां जश्न (स्वतंत...

न्याय को तरस रही भारतीय ‘न्याय व्यवस्था’

मफतलाल अग्रवाल लेखक स्वतंत्रत्र पत्रकार तथा सामाजिक कार्यकर्ता  हैं एक तरफ देश इक्कीसवीं सदी की ओर दौड़ लगा रहा है वहीं दूसरी ओर करोड़ों की संख्या मे...