महानगर में आज कम रही वाहनों की आवाजाही

कोलकाता। जहां विजय दशमी के दिन महानगर कोलकाता सहित राज्य के तमाम हिस्सों में दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद खामोशी व सन्नाटा पसरा रहा वहीं महानगर कोलकाता का एक दुसरा रुप भी आज दिखा। जी हां, एकादशी के दिन भी आज महानगर के तमाम दुर्गा पूजा मण्डपों में भीड़ का रेला जमा रहा। सप्तमीष अष्टमी और नवमी की तरहा भी महानगर के कई नामचीन दुर्गा पूजा मंडपों में आज भीड़ का रेला दिखा। दर्शनार्थी इस दिन भी पूजा दर्शन का मजा लेते नजर आये। इनमें ज्यादत्तर वह लोग थें जो भीड़ भाड़ से परहेज करते हैं या फिर भीड़ के कारण उक्त लोग दुर्गोत्सव के दौरान नहीं आ सके थें।

Photo -Pushan Charkaborty

इधर दुर्गा पूजा बीतने के बाद पहले दिन यानी एकादशी को महानगर कोलकाता की सड़कों पर हालात सामान्य हो गए हैं।आज सड़कों पर यातायात बहुत कम थी और तुरंत ही दुर्गा पूजा बीते होने के कारण फुटपाथ पर खाने-पीने की अधिकतर दुकानें बंद थीं। उल्लेखनीय है कि राजधानी कोलकाता के फुटपाथ पर बड़ी संख्या में लजीज खाने पीने की दुकानें लगती हैं जहां दफ्तरों में काम करने वाले लोगों की भारी भीड़ उमड़ती है। शनिवार को वे सारी दुकानें भी बंद थीं। इस वजह से इस दिन दफ्तर पहुंचने वाले गैर सरकारी कर्मियों को कुछ मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा है क्योंकि खाने की अधिकतर दुकानें बंद थी। ट्रैफिक पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दुर्गा पूजा घूमने के लिए राजधानी कोलकाता में उमड़ने वाले लोगों की भीड़ शनिवार को पूरी तरह से खत्म हो गई। पुलिस ने जिन-जिन सड़कों पर पिकेट लगाए थे उन सभी पिकेट्स को भी हटा दिया गया है। इसके साथ ही कुछ सड़कों के दोनों किनारे पर 10-10 फीट की जगह लकड़ी से घेरकर गलियारा बनाया गया था जिसके जरिए लोग विभिन्न पूजा मंडप में पूजा घूमने के लिए जा रहे थे। इसकी वजह से भारी भीड़ के बावजूद सड़क के बाकी बचे हिस्से पर यातायात को सुचारू करने की कोशिश की गई थी। आज को लकड़ी के घेरों को भी हटा दिया गया जिसकी वजह से और अधिक हालात सामान्य हुए हैं। दुर्गा पूजा के दौरान राजधानी कोलकाता में राज्य भर से भारी संख्या में पहुंचने वाले ढाकियोंकी भीड़ सुबह के समय हावड़ा और सियालदह स्टेशन के आसपास की सड़कों पर लग गई थीं क्योंकि पूजा बीतने के बाद ये सारे अपने-अपने घर लौट रहे थे लेकिन शाम होते-होते इनकी भीड़ भी छंट गई थी। इधर राजधानी की यातायात से लेकर सभी व्यवस्थाएं सामान्य हो गई थीं।

Spread the love
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •