दुर्गोत्सव की धूम में मौत का मातम भी मना

कोलकाता। जहां एक ओर महानगर कोलकाता में दुर्गोत्सव की धूम है वहीं दमदम के नागेर बाजार इलाके में आज मातम का माहौल रहा। दमदम के  नागेरबाजार में हुए बम दमाका में घायल हुए फुटपाथ के फल विक्रेता अजीत हालदार (38) ने दम तोड़ दिया है। शनिवार देर रात कोलकाता के आरजीकर अस्पताल में उनकी मौत हुई है। आज जैसे ही इलाके के लोगों को अजीत की मौत की खबर मिली लोगों में मातम फैल गया। अस्पताल सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था जिसके बाद देर रात उनकी मौत हो गई। इसके साथ ही इस घटना में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर दो हो गई है। घटना वाले दिन विस्फोट में घायल विभास घोष नाम के एक आठ वर्षीय बच्चे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था। अजीत हालदार उसी काजीपाड़ा के रहने वाले थे जिस बाजार में विस्फोट हुआ था। जहां फुटपाथ पर बम ब्लास्ट हुआ था उसके ठीक पास वह फुटपाथ पर ही फल की दुकान लगाते थे। विस्फोट के सबसे अधिक विश्वस्त प्रत्यक्षदर्शी अजीत ही थे। घटना की जांच कर रही सीआईडी टीम ने अस्पताल जाकर उनसे बातचीत की थी। उन्होंने बताया था कि एक व्यक्ति बैग लेकर आया था और उनके दुकान के ठीक बगल में रखकर यह कहकर चला गया था कि वह आटा खरीदकर लौटेगा। कुछ देर बाद उसी बैग से विस्फोट हुआ था। सीआईडी ने यह योजना बनाई थी कि अजीत के स्वस्थ होने के बाद उसकी निशानदेही पर बम लगाने वाले आरोपित का स्केच बनाया जाएगा, लेकिन उनकी मौत के बाद जांच की भी गति कम हो जाएगी। सीआईडी के डीआईजी निशात परवेज ने रविवार को बताया कि निश्चित तौर पर अजीत घटना के प्रत्यक्षदर्शी थे। उनसे पूछताछ के बाद बम लगाने वाले तक पहुंचना बेहद आसान हो सकता था। उनके स्वस्थ होने का इंतजार किया‌ जा रहा था, लेकिन उनकी मौत ने जांच को और मुश्किल कर दिया है। अजित के प्राथमिक बयान के अनुसार जांच में जुटी सीआईडी टीम ने घटनास्थल पर जाकर घटना का पुनर्निर्माण किया था। गत दो अक्टूबर को नागेरबाजार के काजीपाड़ा में एक बंद दुकान के बाहर भयानक विस्फोट हुआ था जिसमें एक बच्चे और उसकी मां समेत 10 लोग घायल हुए थे। उसी दिन ब्लास्ट के चंद घंटे बाद एक 8 साल के बच्चे विभास घोष ने कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में दम तोड़ दिया था जबकि उसकी मां सीता घोष का इलाज अभी भी चल रहा है। इधर इसमें घायल हुए अजीत हालदार और शरद सेठी नाम के एक और कारोबारी को आरजी कर अस्पताल में भर्ती किया गया था। अस्पताल सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि रविवार को शरद सेठी की हालत भी बिगड़ी है। उन्हें भी वेंटिलेशन पर रखा गया है। खैर इस घटना को लेकर तमाम तरह की चर्चा का दौर भी अब भी थमा नही है और जांज एजेंसी के हाथ उक्त धमाका में विशेष कुछ नहीं लगने से तमाम सवाल उठ रहे है।
Spread the love
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •