राज्य सहित बिहार में भी भारी बारिश का खतरा

राज्य सरकार ने जारी किया अलर्ट

सरकारी व्यवस्था ने कसी कमर

कोलकाता। मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान ‘तितली’ को लेकर आगाह किया है। विभाग के अतिरिक्त निदेशक डा. एम. महापात्रा ने आज बताया कि बंगाल की खाड़ी में ‘तितली’ अगले 24 घंटों में और मजबूत होगा जिसके बाद यह चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। फिलहाल अरब सागर में ‘लूबान’ का असर देखा जा रहा है जबकि पूर्वी तट पर तितली को लेकर लोग आशंकित हैं। दोनों ही चक्रवाती तूफानों की ताकत बराबर बताई जा रही है।फिलहाल मछुआरों को समुद्र के भीतर नहीं जाने की हिदायत दी गई है। वहीं प्रशासनिक स्तर पर साइक्लोन से निपटने के लिए अनुमानित इलाकों में तैयारी शुरू कर दी गई है। इस चक्रवाती तूफान से ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार का कुछ हिस्सा और उत्तर पूर्वी राज्यों पर सबसे अधिक असर होगा। साथ ही बंगलादेश में भी यह चक्रवाती तूफान जबरदस्त तबाही मचा सकता है।इस दौरान 80 से 85 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अंदाजा लगाया जा रहा है। साइक्लोन के असर से बिहार और यू.पी. जैसे राज्यों में भारी बारिश की आशंका है। 8 साल बाद यह पहली बार है जब भारत के पूर्वी और पश्चिमी समुद्र तटों पर एक साथ अलर्ट जारी किया गया है। इधर बात करने पर अलीपुर मौसम विभाग की ओर से आज इस बारे में अलर्ट जारी करने के बाद राज्य सरकार इससे बचाव को लेकर सतर्क हो गई है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से इस बारे में सभी जिलों को अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही राज्य प्रशासन को भी सतर्क रहने को कहा गया है। राज्य के सीमावर्ती समुद्री इलाके में मछुआरों के समुद्री तट के किनारे जाने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। अलीपुर स्थित मौसम विभाग के पूर्वी क्षेत्रीय निदेशक गोकुल चंद्र देवनाथ ने इस बारे में बताया कि फिलहाल तितली चक्रवात राज्य की राजधानी कोलकाता से 711 किलोमीटर दूरी पर है। यहां से 100-110 किलोमीटर की रफ्तार से ओडिशा के तटवर्ती इलाके की ओर बढ़ रहा है। इसके प्रभाव से ओडिशा के विस्तृत इलाके में बारिश की शुरुआत भी हो गई है। साथ ही आंधी भी चल रही है। सैटेलाइट के आंकड़े बताते हैं कि 12 अक्टूबर को चक्रवात दक्षिण बंगाल की सीमा से टकरा सकता है। इससे  कोलकाता समेत उत्तर और दक्षिण 24 परगना, हावड़ा, हुगली आदि क्षेत्रों में बारिश हो सकती है।हालांकि विभाग की ओर से बताया गया है कि ओडिशा के तटवर्ती इलाके से पश्चिम बंगाल की सीमा में प्रवेश करते समय तितली चक्रवात की क्षमता कम हो जाएगी और इससे बहुत अधिक नुकसान होने की आशंका नहीं है। विभाग की ओर से यह साफ किया गया है कि शनिवार तक इस वजह से राजधानी कोलकाता और राज्य के अन्य हिस्सों में बारिश हो सकती है, लेकिन रविवार तक यह सब कुछ थम जाएगा और सोमवार यानी षष्ठि के दिन से आसमान साफ हो जाएगा, धूप निकलेगी।
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