अब मुर्दों को शम्शान घाट में भी चैन नहीं
मरघट पर कब्जा किये गुण्डों ने पार्षद को भी धमकाया

जगदीश यादव
कोलकाता। आज के तेज रफ्तार की भागदौड़ वाली जिन्दगी में लोगों को चैन कहां है। लेकिन क्या आपको पता है कि जिन्दगी की जंग हार गये कुछ मुर्दों को भी नीमतल्ला शम्शान घाट में चैन नही मिला। लकडियों का वितरण एक तरह से ठप होने से आज यहां अंतिम संस्कार के लिये लाये गये शव अंतिम संस्कार की बाट चिर खामोशी से जोहते रहे। ऐसे में मृतकों के परिजनों का गुस्सा भड़कना ही था। श्मशान घाट में जमकर हंगामा ही नही हुआ बरन व्यवस्था की पोल भी खुल गयी। गमों के पहाड़ तले दबे मृतकों के परिजनों के साथ यहां व्यवस्था से जूड़े लोगों द्वारा जो व्यवहार किया गया वह मानवता के लिये शर्म की बात है। नीमतल्ला घाट में उक्त मामले के भुक्तभोगियों व स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि यहां शवों को जलाने के लिये जो लकड़ियां सहित दाह सामग्री लायी जाती है उसका टेण्डर एक संस्था को दिया गया था और उक्त संस्था ही शव दाह समाग्री का वितरण करती रही है। लेकिन किन्हीं अन्य संस्था को अचानक ही उक्त टेंण्डर के दिये जाने के मामले पर यहां लकड़ियों को टोंटा पड़ गया। लिहाजा शवों को अंतिम संस्कार के लिये कई घंटों तक तरसना पड़ा। पुरानी संस्था द्वारा नयी संस्था को लकडियों के टेण्डर का विरोध किया गया। आज नीमतल्ला घाट में लकड़ियों की कमी के कारण शवों के दाह कई घंटों तक नही हुए। लोगों के हंगामे के कारण श्मशान घाट में जमकर आशांति हुई और फिर यहां के सुरक्षा कर्मियों ने श्मशान घाट के गेट पर ताला लगा दिया। अपने मृत परिजनों के शवों को लेकर यहां आये शोकाकुल लोगों ने बताया कि यहां आकर हमलोगों ने देखा कि श्मशान घाट में ताला लगा हुआ है और दर्जनों लोग लाठी डण्डा लेकर गेट पर खड़ें है। उक्त लोगों ने हमलोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि यहां अभी कुछ नही होगा। कोई भी शव नहीं जलाया जाएगा। मामले पर स्थानीय वार्ड की पार्षद शिखा साहा ने बताया कि जब मै खुद स्थिति को देखने गयी तो अवाक हो गयी। कारण वहां पर लकड़ी वितरण के काम से जुड़ी रही पुराने संस्था के लोग लाठी ढण्डा लेकर खड़े हैं। उन्होंने मुझे ही धमकाया कि मामले पर हस्ताक्षेप का नतीजा बूरा होगा। बाध्य़ होकर हमे पुलिस का सहारा लेना पड़ा तब कहीं तीन घंटे के बाद पुलिस ने शम्शान घाट का ताला खुलवाया। पार्षद ने आरोप लगाते हुए बताया कि मेयर परिषद सदस्य भी घटना स्थल पर आये और मामले की जानकारी खुद ली। खुले टेण्डर के तहत ही नये संस्था को दाह सामग्री के लिये टेण्डर नियम के अनुसार दिया गया है। यहां किसी की गुण्डागर्दी को बर्दास्त नही किया जाएगा।

Spread the love
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •