बंद समर्थक व विऱोधियों के बीच तनातनी

कोलकाता। बागड़ी मार्केट में अगलगी जैसे हादसे के बाद बड़ाबाजार में ऐसे तमाम व्यवसायी हैं जो सहमे हुए है। आज बंगल बंद के दौरान बड़ाबाजार में राजनीति का घमासान देखने को मिला। इस दौरान भाजपा द्वारा बड़ाबाजार में खुली दुकानों को जबरदस्ती बंद कराने के आरोप के तहत राजनीति का पारा धूप छांव भरे मौसम में भी चढ़ गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सबसे पहले श्याम बाजार मेट्रो स्टेशन के पास भारी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता एकत्रित हुए और यहां से जोड़ाबागान व आसपास के कार्यकर्ताओं ने मिलकर एक बड़ी रैली निकाली। रैली धीरे-धीरे विधान सरणी पहुंची। वहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने ऑटो रोकने की कोशिश की। उसी दौरान वहां से तृणमूल कार्यकर्ताओं ने भी रैली निकाल दी। दोनों के आमने-सामने आने की वजह से दोनों पक्षों के बीच जोरदार धक्का-मुक्की हुई। इस बीच सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को समझा-बुझाकर शांत कराया। उसके बाद तृणमूल की रैली को रोक दिया गया। भाजपा की रैली आगे बढ़ी। यह रैली धीरे-धीरे बड़ा बाजार जा पहुंची। यहां रोज की तरह ही सब कुछ सामान्य था। दुकानें खुली हुई थीं और लोग कारोबार कर रहे थे। आरोप है कि रैली में शामिल पार्षद मीना देवी पुरोहित, विजय ओझा एवं अन्य भाजपा नेताओं एवं कर्मियों ने मिलकर दुकानों को बंद कराने की कोशिश की। सूचना मिलने के बाद तृणमूल के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए और दोनों पक्षों के बीच फिर से धक्का-मुक्की होने लगी। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची एवं दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर अलग कराया जिसके बाद भाजपा की रैली आगे चल पड़ी।

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