अग्निकांड में सामने आ रही है आग लगाने की साजिश

सपरिवार फरार हैं मालकिन राधा बागड़ी

खंगाला जा रहा है आसपास का सीसीटीवी फुटेज

कोलकाता।बड़ाबाजार की बागड़ी मार्केट में लगी आग चौथे दिन भी सुलग रही थी। लेकिन आखिरकार 84 घंटे बाद पूरी तरह से बुझाई जा सकी है। बुधवार शाम राज्य अग्निशमन विभाग के उपनिदेशक समीर चौधरी ने इसकी पुष्टि की। वहीं आग में अपना सबकुछ लूटा चुके व्यवसायी आग भी भयावहता को सिर्फ देखने के लिये मजबूर थें। साफ कहे तो आज भी आग पूरी तरह से बुझाई नहीं जा सकी है। अग्निशमन विभाग के हवाले से बताया गया है कि मंगलवार देर रात एक बार फिर दूसरी और तीसरी मंजिल पर आग भड़क गई थी। इमारत रात की खिड़कियों से बाहर आग की लपटें निकलने लगी थीं। अग्निशमन विभाग की दो और गाड़ियों को मौके पर बुलाया गया एवं उसमें मौजूद पानी को लैडर के सहारे बाहर से ही आग पर डाला गया जिसके बाद उसे बुझाया जा सका। इस बीच बुधवार सुबह तक इमारत के तीसरी, चौथी और पांचवीं मंजिल पर लगातार धुएं का गुबार निकल रहा था। घटनास्थल पर मौजूद दमकल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चौथी और पांचवी मंजिल पर मंगलवार शाम आग भड़की थी लेकिन रात तक नियंत्रित हो गई थी। इस बीच रात को दूसरी और तीसरी मंजिल पर नए सिरे से आग भड़क गई थी। उसे नियंत्रित कर लिया गया है। हालांकि अब अनुमान लगाया जा रहा है कि संभवतः आग नए सिरे से नहीं भड़केगी| लेकिन पूरी इमारत में आग की चपेट में आए सामानों की राख के बीच चिंगारियां रह-रहकर सुलग रही हैं। इसे पूरी तरह से बुझाया नहीं जा सकता सका है। संभवतः गुरुवार दोपहर तक इसे पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सके। उक्त अधिकारी ने बताया कि पहली मंजिल पर मौजूद दुकानों में लगी आग को पूरी तरह से बुझा दिया गया है। उसमें पर्याप्त मात्रा में पानी डालकर उसे ठंडा भी कर दिया गया है। दूसरी मंजिल पर नए सिरे से आग लग जाने की वजह से ऐसा कर पाना संभव नहीं हुआ है लेकिन 24 घंटे के अंदर पूरी इमारत की आग को बुझाकर उस पर पर्याप्त पानी डाला जाएगा ताकि इसे ठंडा किया जा सके। ज्ञात हो कि शनिवार रात 2:45 बजे के करीब 71 नंबर कैनिंग स्ट्रीट स्थित पांच मंजिला इमारत में आग लगी थी। घटना के बाद तीन दिन बीत चुके हैं लेकिन इमारत में लगी आग पर काबू नहीं किया जा सका है। यहां मौजूद 1000 से अधिक दुकानें और गोदाम जलकर खाक हो गए हैं। कारोबारियों को सैकड़ों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। अग्निशमन विभाग की 37 गाड़ियां और 250 दमकल कर्मी लगातार आग बुझाने में जुटे हुए हैं। इस बीच‌ मंगलवार को अग्निशमन विभाग की ओर से बड़ाबाजार थाना में इमारत की मालकिन राधा बागड़ी, मालिक‌ अरुण राज‌ बागड़ी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी कृष्ण कुमार‌ कोठारी आदि के खिलाफ गैर जमानती धाराओं के तहत लापरवाही बरतते हुए लोगों की जान को खतरे में डालने का केस दर्ज किया गया है। आग लगने के बाद से ही राधा बागड़ी समेत उनका पूरा परिवार फरार है। इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने विषेश जांच टीम का गठन किया है। वहीं पुलिस लगातार मार्केट के सांझी दारों बागड़ी व कोठारी की तलाश में आज बी खाक चानने के मजबर थी।इस बीच आग लगने के कारणों की जांच में जुटी पुलिस के सामने कई संदिग्ध परिस्थितियां सामने आ रही हैं। बुधवार को मामले की जांच के लिए गठित की गई टीम के एक सदस्य ने बताया कि किस वजह से आग लगी इसकी विस्तृत जांच के लिए फॉरेंसिक और दमकल विभाग की संयुक्त टीम घटनास्थल पर पहुंची हैं। आग नहीं बुझी होने के कारण पूरी इमारत में घुसना तो संभव नहीं हो पा रहा लेकिन पहली मंजिल में जहां से आग की शुरुआत हुई थी उस जगह का अवलोकन किया गया है। आसपास के इलेक्ट्रिक बोर्ड और अन्य चीजों को भी तलाशा जा रहा है ताकि इस बात का अंदाजा लगाया जा सके कि किस वजह से आग लगी। इस बीच‌ इमारत में आग लगाने की साजिश की बू आ रही है। घटना के बाद से इलाके के चार युवक फरार हैं। वह स्थानीय प्रमोटर के बेहद करीबी बताए जाते हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया है कि आग लगने के तुरंत बाद इमारत के पास से दो युवक एक बाइक पर सवार होकर संदिग्ध स्थिति में भाग रहे थे। लंबे समय से बड़ाबाजार की इमारतों में शनिवार और रविवार की रात आग लगती है। इन दोनों दिनों बाजार बंद रहता है। खास बात यह है कि अधिकतर आग रात के वक्त लगती है जब किसी के भी मौजूद होने की आशंका ही नहीं रहती। इस बीच लंबे समय से यह चर्चा चलती रही है कि इलाके में प्रमोटिंग का कारोबार करने वाले लोग ही जानबूझकर आग लगवाते हैं ताकि बाजार का बाजार उजड़ जाए और उन्हें प्रमोटिंग का मौका मिल सके। बागड़ी मार्केट आग में भी इसी तरह का दावा स्थानीय कारोबारी करते रहे हैं।

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