अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखे गये वयो वृद्ध वामपंथी नेता
कोलकाता। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी की हालत नाजुक बनी हुई है। फिलहाल चटर्जी को वेंटिलेटर पर रखा गया है। किडनी की बीमारी से पीड़ित सोमनाथ चटर्जी को बीते 10 अगस्त को दोबारा अस्पताल में भर्ती किया गया था। फिलहाल उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। निर्मल चंद्र अखिल भारतीय हिंदू महासभा के संस्थापक भी थे। सोमनाथ चटर्जी ने सीपीएम के साथ राजनीतिक करियर की शुरुआत 1968 में की और 2008 तक इस पार्टी से जुड़े रहे।रिपोर्ट्स के मुताबिक इससे पहले 28 जून को तबीयत बिगड़ने पर कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था। हालत में सुधार नहीं होने पर 10 अगस्त को उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। फिलहाल डॉक्टरों की टीम की कड़ी निगरानी में उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। बता दें कि पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी मशहूर वकील निर्मल चंद्र चटर्जी के बेटे हैं। निर्मल चंद्र अखिल भारतीय हिंदू महासभा के संस्थापक भी थे। सोमनाथ चटर्जी ने सीपीएम के साथ राजनीतिक करियर की शुरुआत 1968 में की और 2008 तक इस पार्टी से जुड़े रहे। 1971 में वह पहली बार सांसद चुने गए और इसके बाद राजनीति में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखे। चटर्जी 10 बार लोकसभा सदस्य के रूप में चुने गए। वर्ष 2008 में भारत-अमेरिका परमाणु समझौता विधेयक के विरोध में सीपीएम ने तत्कालीन मनमोहन सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। तब सोमनाथ चटर्जी लोकसभा अध्यक्ष थे। पार्टी ने उन्हें स्पीकर पद छोड़ देने के लिए कहा लेकिन वह नहीं माने। इसके बाद सीपीएम ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया।राजनीतिक करियर में एक के बाद एक जीत हासिल करनेवाले सोमनाथ चटर्जी जीवन का एक चुनाव पश्चिम बंगाल की वर्तमान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने हार गए थे। 1984 में जादवपुर सीट पर हुए लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी ने तब सीपीएम के इस कद्दावर नेता को हराया था।