कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शाह को दिखाए काले झंडे
राज्य के शरणार्थियों को कहीं जाने की जरुरत नही है
भाजपा नहीं है बांग्ला बिरोधी

फोटो-पुशन चक्रवर्ती
अमित शाह ने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बन्रजी इस राज्य को बंग्लादेश बनना चाहती है। लेकिन हम ऐसा नहीं होने देगें। शाह ने कहा कि आज की यह रैली इस बात को दिखाने वाली है कि बंगाल के अंदर परिवर्तन होने जा रहा है. आज बंगाल के सारे चैनलों को डाउन कर दिया गया है. ममता जी कान खोलकर सुन लो, हमारी आवाज दबेगी नहीं. उन्होंने कहा कि ममता जी हम बंगाल विरोधी कैसे हो सकते हैं? हमारी पार्टी की स्थापना ही बंगाल के सपूत श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने की थी। महानगर कोलकाता की सड़कों पर लगे पोस्टर का उल्लेख करते हुए शाह ने कहा कि यहां पोस्टर लगे हैं कि बांग्ला विरोधी भाजपा वापस जाओ ,लेकिन मैं यहां कहना चाहता हूं कि हम बांग्ला विरोधी नहीं है बल्कि हम ममता विरोधी है. शाह ने कहा कि ममता दीदी, एनआरसी आपके रोकने से नहीं रुकेगी. तृणमूल के लोग भ्रान्ति फैला रहे है कि एनआरसी के तहत शरणार्थी भी चले जायेंगे लेकिन में आश्वस्त कर दूं कि पश्चिम बंगाल में जितने शरणार्थी है उनको वापस भेजने का कोई कार्यक्रम नहीं है. शरणार्थियों को रखना ये भारत सरकार कि ज़िम्मेदारी है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 2005 में जब ये बांग्लादेशी घुसपैठिए कम्युनिस्ट पार्टी को वोट देते थे, उस वक्त ममता जी ने उनका विरोध किया था और आज वही लोग टीएमसी की वोट बैंक बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि हमारे लिए देश सबसे पहले है, वोट बैंक बाद में आती है. मैं टीएमसी से पूछना चाहता हूं कि जब शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए संशोधन होगा तो वह समर्थन करेगी या नहीं ?. जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि एक ऐसी प्रचंड ताकत खड़ी करिए कि ममता जी भी एनआरसी का समर्थन करें. आगे उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ रही हैं, बंगाल में आज बम धमाकों की आवाजें सुनने को मिल रही हैं. ममता दीदी, हत्या करने वाले कभी बचते नहीं. जब जनता जागती है तो हत्या करने वालों को गद्दी छोड़नी पड़ती है.उनहोंने कहा कि जब हम आजाद हुए थे, तब बंगाल का देश की जीडीपी में योगदान 25 प्रतिशत था, अब यह सिर्फ 3 प्रतिशत रह गया है. एक बार भाजपा की सरकार बनाइए, डंके की चोट पर दुर्गा मूर्ति का विसर्जन होगा।

फोटो-पुशन चक्रवर्ती